Tuesday, December 18, 2012

जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना के मानवाधिकार कार्यकर्ता व पत्रकार पर जानलेवा हमला कर कीमती कैमरा को तोडना तथा F.I.R. दर्ज होने के वाबजूद सम्भावित दोषियो को गिरफ्तार नही करने के सन्दर्भ मे !

                                                                               दिनांक - 18 दिसम्बर, 2012.
सेवा मे, 
श्रीमान अधयक्ष महोदय, 
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली - भारत !


विषय : -  जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना  के मानवाधिकार कार्यकर्ता व पत्रकार पर जानलेवा हमला कर कीमती कैमरा को तोडना तथा F.I.R. दर्ज होने के वाबजूद सम्भावित दोषियो को गिरफ्तार नही करने के सन्दर्भ मे ! 

महोदय,

हम आपका ध्यान दैनिक अखबारो मे छपी खबरो की ओर आकृष्ट कराना चन्हुंगा, जिसमे अवैध रूप से जमीन का कब्जा करने और ग्रामीण मृतक की दाह संस्कार को लेकर झडप की खबर करते दो पत्रकारो के साथ मारपीट की गयी, साथ ही साथ उनका कीमती कैमरा को छीनकर तोड दिया गया !

विदित हो कि मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना से सम्बन्धित है, जहा गैर जनपद के बाबा बने व्यक्ति ने अपने अनुयायियो के साथ मिलकर खाली जमीन को देखते हुए अवैध कब्जा किया ! उसी दौरान गांव मे किसी के देहांत होने पर दाह - संस्कार करने जा रहे ग्रामिणो का रास्ता रोक दी गयी, जिससे विवाद बढने पर दोनो पक्षो मे लाठी - डंडो से भयंकर झगडा हो गया ! उसी दौरान गुजरते दो पत्रकारो ने स्थिति को देखते हुए खबरो हेतु तथा फोटो लेने के लिए पहुंचे थे कि अचानक भीड के एक समूह दोनो पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे भयानक चोटे आयी और कैमरा छीन कर तोड दिया गया !

मामले मे पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता दिग्विजय सिह द्वारा थाना अकबरपुर मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयी, लेकिन आज तक सम्भावित दोषियो के खिलाफ न कार्यवाही की जा रही है और न ही गिरफ्तारी ! दूसरी ओर लगातार मामले मे चुप कराने तथा रफा - दफा करने का दबाब बनाया जा रहा है ! स्थानीय प्रशासन द्वारा आश्वासन मिला कि अवैध कब्जा को हटाया जायेंगा, लेकिन आज तक उस पर भी अमल नही किया गया है !

अत: आपसे अनुरोध है कि मामले मे त्वरित हस्तक्षेप कर न्यायोचित कार्यवाही करते हुए पीडितो को सुरक्षा प्रदान करने की कृपा करे !

संलग्नक - 1. अखबार की कटिंग, 2. F.I.R. की प्रतिलिपि ! 


भवदीय,


(डा0 लेनिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति,
सा 4/2 ए., दौलतपुर, वाराणसी,
उत्तर प्रदेश - भारत - 221002.

मो0न0 - +91-9935599333.
ई - मेल - lenin@pvchr.asia


Sunday, December 2, 2012

Fwd: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे “भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान” के सन्दर्भ मे !



---------- Forwarded message ----------
From: Dr. Lenin Raghuvanshi <lenin@pvchr.asia>
Date: 2012/12/2
Subject: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे "भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान" के सन्दर्भ मे !
To: jrlawnhrc <jrlawnhrc@hub.nic.in>, jrlawnhrc <jrlawnhrc@nic.in>



    

                                                                                      दिनांक – 01 दिसम्बर, 2012.

सेवा मे,

      श्रीमान अध्यक्ष,

      राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

      नई दिल्ली – भारत !   

विषय – उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे "भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान" के सन्दर्भ मे !   

हम आपका ध्यान विषयक के सम्बन्ध मे आकृष्ट कराना चन्हुंगा ! दिनांक - 29 नवम्बर, 2012 के स्थानीय अखबार अमर उजाला मे छपी खबर शीर्षक 'भूत प्रेत के चक्‍कर में दो लोगों की हत्‍या सोनभद्र के ओबरा क्षेत्र बिल्‍ली-मारकुण्‍डी गांव में 60 वर्षीय धनेशरी देवी पत्‍नी गोरे लाल को भूत प्रेत का इल्‍जाम लगाते हुए रिश्‍ते में भतीजा लगने वाला लाठी डंडों से मारकर लहू लूहान कर दिया, जिससे उनकी हालत नाजूक हो गयी और अस्‍पताल जाते-जाते देहांत हो गया।  वही दूसरी ओर सोनभद्र के बभनी क्षेत्र के सागोंबांध गांव में राम विचार यादव उम्र-45 वर्ष को गांव के ही यूवक भूत प्रेत का ईल्‍जाम लगाते हुए पत्‍थर से कूंच कर जान ले लिया। स्‍थनीय पुलिस-प्रशासन द्वारा दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर तफतीश कर दी गयी है, लेकिन अभी तक दोषियों की गिरफतारी नही हुयी है।

संलग्नक - http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121129a_008190009&ileft=573&itop=416&zoomRatio=283&AN=20121129a_008190009

      विदित हो कि सोनभद्र इलाका आज भी अंधविश्‍वासों और कुरीतियों के कारण कई लोगों की निर्मम हत्‍या होती रही है। इस संदर्भ में समिति द्वारा अनेको बार आवेदन द्वारा शिकायत कर और स्‍थानीय प्रशासन को संवेदित कर इस ओर राश्‍टीय स्‍तर पर अवगत कराया गया। लेकिन आज भी उन कुरोतियों और अंधविश्‍वासों को लेकर कोई ठोस पहल एवं कानून नही बनायी गयी है। मामलों में स्‍थानीय पुलिस – प्रशासन केवल खाना पूर्ति करते रहे है, इस सन्दर्भ मे कभी भी जन जागरूकता करने या समय रहते ठोस कदम नही उठाया गया है !

अत: आपसे निवेदन है कि मामले मे त्वरित हस्तक्षेप करते हुए ठोस कदम उठायी जाए, और पीडित परिजनो को सुरक्षा के साथ पुनर्वास कराने की कृपा करे !

भवदीय

 

(डा0 लेनिन)

महासचिव

मो0 न0- +91-9935599333.

ई-मेल – lenin@pvchr.asia

 

 
 



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Saturday, November 17, 2012

वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में

17 नवम्‍बर, 2012

सेवा मेaaaaaaa]

श्रीमान् वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक महोदय]

वाराणसी,]

उ0प्र0।

विषय:- वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में।

महोदय,

विदित हो कि प्रार्थिनी सुदामा देवी, पत्नी स्व0-छन्नू राजभर] निवासिनी-अवधपुरी टडियां चकवीही] थाना-सारनाथ] जिला-वाराणसी के पुत्र जियालाल को थाना सारनाथ व पुलिस चैकी पुरानापुल की पुलिस अकारण कई दिनों से रात 1%30 से 2%30 बजे के बीच आ कर पूछती है और गाली गलौज देती हैं। पीडि़ता का पुत्र का कोई आपराधिक इतिहास नही हैं और न ही किसी मुकदमा में वांछीत ही हैं। इसके बावजूद थाना इलाका सारनाथ की पुलिस व पुराना पुल पुलिस चैकी की पुलिस आये दिन देर रात में पीडि़ता के घर पर आकर पीडि़ता के पुत्र जियालाल को पुछती है व अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियो व अन्य लोगों के बारे में पूछताछ करती हैं। जिससे पीडि़ता व पीडि़ता का परिवार काफी डरे व सहमें हुये हैं तथा पीडि़ता को आंशका है कि उसके पुत्र को किसी फर्जी मुकदमें में फंसा न दे। पीडि़ता के पुत्र की जान-माल की रक्षा व मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जाता हैं] जिससे जॉच कर दोषियों के विरुद्ध जॉच कर कार्यवाही किया जाना आवश्यक हैं।

        उक्त प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।

संलग्‍नक - पीडिता के बयान का हलफनामा | 

 



                भवदीय 
               डॉ लेनिन 
                (महासचिव )
                       मानवाधिकार जन निगरानी समिति 
                       सा 4 /2ए दौलतपुर वाराणसी 
                        lenin@pvchr.asia 
 

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वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में

17 नवम्‍बर, 2012

सेवा मेaaaaaaa]

श्रीमान् पुलिस महानिदेशक महोदय]

लखनउ]  

m0iz0 



विषय:- वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में।

महोदय,

विदित हो कि प्रार्थिनी सुदामा देवी, पत्नी स्व0-छन्नू राजभर] निवासिनी-अवधपुरी टडियां चकवीही] थाना-सारनाथ] जिला-वाराणसी के पुत्र जियालाल को थाना सारनाथ व पुलिस चैकी पुरानापुल की पुलिस अकारण कई दिनों से रात 1%30 से 2%30 बजे के बीच आ कर पूछती है और गाली गलौज देती हैं। पीडि़ता का पुत्र का कोई आपराधिक इतिहास नही हैं और न ही किसी मुकदमा में वांछीत ही हैं। इसके बावजूद थाना इलाका सारनाथ की पुलिस व पुराना पुल पुलिस चैकी की पुलिस आये दिन देर रात में पीडि़ता के घर पर आकर पीडि़ता के पुत्र जियालाल को पुछती है व अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियो व अन्य लोगों के बारे में पूछताछ करती हैं। जिससे पीडि़ता व पीडि़ता का परिवार काफी डरे व सहमें हुये हैं तथा पीडि़ता को आंशका है कि उसके पुत्र को किसी फर्जी मुकदमें में फंसा न दे। पीडि़ता के पुत्र की जान-माल की रक्षा व मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जाता हैं] जिससे जॉच कर दोषियों के विरुद्ध जॉच कर कार्यवाही किया जाना आवश्यक हैं।

        उक्त प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।

संलग्‍नक - पीडिता के बयान का हलफनामा | 

 



                भवदीय 
               डॉ लेनिन 
                (महासचिव )
                       मानवाधिकार जन निगरानी समिति 
                       सा 4 /2ए दौलतपुर वाराणसी 
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वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में

17 नवम्‍बर, 2012

सेवा मेaaaaaaa]

श्रीमान् अध्यक्ष महोदय]

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग]

नई दिल्ली।

विषय:- वाराणसी जिले के थाना सारनाथ पुराना पुल पुलिस चैकी द्वारा बार-बार अकारण दबीश देकर मानसिक रुप से प्रताडि़त करने के सन्दर्भ में।

महोदय,

विदित हो कि प्रार्थिनी सुदामा देवी, पत्नी स्व0-छन्नू राजभर] निवासिनी-अवधपुरी टडियां चकवीही] थाना-सारनाथ] जिला-वाराणसी के पुत्र जियालाल को थाना सारनाथ व पुलिस चैकी पुरानापुल की पुलिस अकारण कई दिनों से रात 1%30 से 2%30 बजे के बीच आ कर पूछती है और गाली गलौज देती हैं। पीडि़ता का पुत्र का कोई आपराधिक इतिहास नही हैं और न ही किसी मुकदमा में वांछीत ही हैं। इसके बावजूद थाना इलाका सारनाथ की पुलिस व पुराना पुल पुलिस चैकी की पुलिस आये दिन देर रात में पीडि़ता के घर पर आकर पीडि़ता के पुत्र जियालाल को पुछती है व अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियो व अन्य लोगों के बारे में पूछताछ करती हैं। जिससे पीडि़ता व पीडि़ता का परिवार काफी डरे व सहमें हुये हैं तथा पीडि़ता को आंशका है कि उसके पुत्र को किसी फर्जी मुकदमें में फंसा न दे। पीडि़ता के पुत्र की जान-माल की रक्षा व मानसिक रुप से प्रताडि़त किया जाता हैं] जिससे जॉच कर दोषियों के विरुद्ध जॉच कर कार्यवाही किया जाना आवश्यक हैं।

        उक्त प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।

संलग्‍नक - पीडिता के बयान का हलफनामा | 

 



                भवदीय 
               डॉ लेनिन 
                (महासचिव )
                       मानवाधिकार जन निगरानी समिति 
                       सा 4 /2ए दौलतपुर वाराणसी 
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Thursday, November 15, 2012

वाराणसी जिले में भू माफिया द्वारा पिता को बंधक बना कर जमीन हड़पने व् पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के संदर्भ में ।

सेवा में                                                                      दिनांक -16 नवम्बर 2012

श्रीमान पुलिस महानिदेशक  
लखनऊ,
उत्तर-प्रदेश | 


विषय -वाराणसी जिले में भू माफिया द्वारा पिता को बंधक बना कर जमीन हड़पने व् पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के संदर्भ में ।

महोदय 
     
 विदित हो कि पीड़ित हौशिला प्रसाद पुत्र कल्लू उर्फ़ सत्यनारायण निवासी रमदत्त पुर थाना कैंट वाराणसी के 70 वर्षीय पिता के बिगड़ी मानसिक स्थिति का 
फायदा उठा कर क्षेत्र के ही अपराधी प्रवृत्ति के भू माफिया पिछले दो वर्षो से अपने कब्जे में रख कर कई एकड़ जमीन का रजिस्ट्री करा लिए है तथा पीड़ित व उसके परिवार को बराबर जान से मारने की धमकी देते रहते है ।एक भू माफिया क्षेत्र में काफी दबंग व एक भू माफिया शिक्षा जगत से जुड़ा शिक्षक है जिससे उनका स्थानीय प्रशासन में भी काफी पकड़ होने के कारण पीड़ित के बार बार अपने व अपने पिता के जान मॉल की गुहार लगाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन व थाने द्वारा उन पर कोई कार्यवाही न किये जाने से उनका मनोबल काफी बढ़ा हुआ है तथा पीड़ित व उसके पिता व परिवार पर जान माल का प्रबल खतरा उत्पन्न हो गया है ।जिससे पीड़ित डरा व सहमा हुआ जीवन यापन कर रहा है । ऐसी स्थिति में उक्त प्रकरण में पीड़ित के पिता को उक्त भू माफियाओ के चंगुल से मुक्त कराये जाने हेतु  भू माफियाओ के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही किया जाना आवश्यक है ।
                अत:उक्त प्रकरण में उचित कार्यवाही करने की कृपा करे ।


                 भवदीय 
               डॉ लेनिन 
           (महासचिव )
मानवाधिकार जन निगरानी समिति 
सा 4 /2ए दौलतपुर वाराणसी 
 lenin@pvchr.asia



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वाराणसी जिले में भू माफिया द्वारा पिता को बंधक बना कर जमीन हड़पने व् पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के संदर्भ में ।

सेवा में                                                                      दिनांक -16 नवम्बर 2012

श्रीमान अध्यक्ष 
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग 
नई दिल्ली 

विषय -वाराणसी जिले में भू माफिया द्वारा पिता को बंधक बना कर जमीन हड़पने व् पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने के संदर्भ में ।

महोदय 
     
 विदित हो कि पीड़ित हौशिला प्रसाद पुत्र कल्लू उर्फ़ सत्यनारायण निवासी रमदत्त पुर थाना कैंट वाराणसी के 70 वर्षीय पिता के बिगड़ी मानसिक स्थिति का 
फायदा उठा कर क्षेत्र के ही अपराधी प्रवृत्ति के भू माफिया पिछले दो वर्षो से अपने कब्जे में रख कर कई एकड़ जमीन का रजिस्ट्री करा लिए है तथा पीड़ित व उसके परिवार को बराबर जान से मारने की धमकी देते रहते है ।एक भू माफिया क्षेत्र में काफी दबंग व एक भू माफिया शिक्षा जगत से जुड़ा शिक्षक है जिससे उनका स्थानीय प्रशासन में भी काफी पकड़ होने के कारण पीड़ित के बार बार अपने व अपने पिता के जान मॉल की गुहार लगाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन व थाने द्वारा उन पर कोई कार्यवाही न किये जाने से उनका मनोबल काफी बढ़ा हुआ है तथा पीड़ित व उसके पिता व परिवार पर जान माल का प्रबल खतरा उत्पन्न हो गया है ।जिससे पीड़ित डरा व सहमा हुआ जीवन यापन कर रहा है । ऐसी स्थिति में उक्त प्रकरण में पीड़ित के पिता को उक्त भू माफियाओ के चंगुल से मुक्त कराये जाने हेतु  भू माफियाओ के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही किया जाना आवश्यक है ।
                अत:उक्त प्रकरण में उचित कार्यवाही करने की कृपा करे ।


                 भवदीय 
               डॉ लेनिन 
           (महासचिव )
मानवाधिकार जन निगरानी समिति 
सा 4 /2ए दौलतपुर वाराणसी 
 lenin@pvchr.asia



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Monday, October 22, 2012

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के सिगरा थाना क्षेत्र मे सम्पति के लिए महिला को जलाने के सन्दर्भ मे !

सेवा मे,                                  दिनांक - 23 अक्टूबर, 2012.
श्रीमान अध्यक्ष,
राष्ट्रीय मानव अधिकार अयोग,
नई दिल्ली | 

विषय : - उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के सिगरा थाना क्षेत्र मे सम्पति के लिए महिला को जलाने के सन्दर्भ मे !

महोदय,

हम आपका ध्यान दिनांक - 22 अक्टूबर, 2012 को पेज न0 - 3 पर दैनिक अखबार "अमर उजाला" मे छपी खबर - "महिला को जलाने का प्रयास" के सम्बन्ध मे आकृष्ट कराना चन्हुगा !

संलगंक - http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121022a_003190014&ileft=-5&itop=73&zoomRatio=182&AN=20121022a_003190014

विदित हो की यह मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के सिगरा थाना क्षेत्र के निरालानगर मे सम्पति के लिए हुए विवाद था, पीडित महिला पति द्वारा परित्यक्ता है जिनका नाम कुसुम राय है, जो वर्तमान मे कोलकत्ता मे अपने मायके रह कर बच्चे की लालन - पालन कर रही है ! पीडिता की शादी दो दशक पूर्व निरालानगर निवासी मिथिलेश राय से हुई थी ! दोनो से एक पुत्री श्वेता राय उम्र - 17 वर्ष है ! कुछ वर्ष पहले आपसी अनबन के कारण दोनो अलग - अगल रहने लगे ! दूसरी तरफ पति ने पूनम नाम की महिला से शादी कर रहने लगे जिससे दो बच्चे है !
विवाद होने के बाद बक्सर (बिहार)स्थित मकान का किराया से पीडिता कुसुम गुजारा करती थी ! तभी ससुराल पक्ष के लोंगो ने वहा मकान गुप्त ढंग से बेच ढाले, इसी सन्दर्भ मे वहा रविवार की सुबह वह ससुराल पहुंची, जहा कहासुनी होने के बाद पीडिता को जलाने की कोशिश की गयी !

दूसरी तरफ सम्भावित दोषियो ने आरोप लगाये है की पीडिता खुद मिट्टी का तेल छिडककर आग लगाने की कोशिश की है ! जो सरासर तथ्यहीन और बेबुनियाद प्रतीत होती है, क्योकि पीडिता वहा रहती नही है, घर के बाहर से कोई अन्य लोंग उन्हे तेल उपलब्ध नही कराया और घर के लोंग तेल दे नही सकते की मेरे घर के सामने जल मरो !

यह घटना षड्यंत्र के तहत सम्पति से बेदखल कर मुक्ति पाने की साजिश प्रतीत होती है !

अत: आपसे अनुरोध है की मामले मे त्वरित हस्तक्षेप कर पीडिता की जान - माल की सुरक्षा और हक़ दिलवाने तथा मामले मे कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे !


भवदीय

(डा0 लेनिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति,
सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी,
उत्तर प्रदेश - 221002 (भारत)
मो0न0 - +91-9935599333.
ई-मेल - lenin@pvchr.asia

Saturday, October 20, 2012

Open Letter to Prime Minister of India and Chief Ministers of All States in India for setting up the active and vibrant Human Rights Courts

PVCHR: Open Letter to Prime Minister of India and Chief M...: http://www.pvchr.asia/?id=121 To, Prime Minister of India and Chief Ministers of All States in India. Dear Sirs/ Madams, Greeting...

Thursday, October 11, 2012

Gangraped, 35-yr-old sets herself on fire, dies



---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Thu, Oct 11, 2012 at 5:10 PM
Subject: Gangraped, 35-yr-old sets herself on fire, dies
To: jrlawnhrc@hub.nic.in, covdnhrc@nic.in
Cc: lenin@pvchr.asia


To, 
The Chairperson
National Human Rights Commission
New Delhi

Dear Sir, 

I want to bring in your towards the news published  in Hindustan Times on October, 2012 regarding Gangraped, 35-yr-old sets herself on fire, dies http://www.hindustantimes.com/India-news/Bhopal/Gangraped-35-yr-old-sets-herself-on-fire-dies/Article1-942783.aspx


Gangraped, 35-yr-old sets herself on fire, dies
PTI
Bhopal, October 11, 2012
First Published: 00:24 IST(11/10/2012)
Last Updated: 00:26 IST(11/10/2012)
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A 35-year-old woman committed suicide after she was allegedly gangraped in Raisen district, Madhya Pradesh, police said on Wednesday. The woman was picked up by four persons in a jeep on Tuesday who allegedly raped her in Badi forest area and dumped her on the road. The victim somehow 
returned home, set herself on fire and sustained serious burn injuries to which she succumbed on late Tuesday night.

In her dying declaration, the woman blamed four persons for driving her to commit suicide, but failed to identify them.

She told the police that while returning home she was forcefully taken away by four men who allegedly gangraped her.

A case has been registered against unidentified persons.


Therefore it is a kind request please take appropriate action at earliest. 


Thanking You

Sincerely Yours

Lenin Raghuvanshi
Secretary General
Peoples' Vigilance Committee on Human Rights
Sa 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002
Mobile No: +91-9935599333


Pregnant woman raped in Haryana



---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Thu, Oct 11, 2012 at 5:12 PM
Subject: Pregnant woman raped in Haryana
To: jrlawnhrc@hub.nic.in, covdnhrc@nic.in
Cc: lenin@pvchr.asia


To, 
The Chairperson
National Human Rights Commission
New Delhi

Dear Sir, 

I want to bring in your towards the news published  in Hindustan Times on October, 2012 Pregnant woman raped in Haryana http://www.hindustantimes.com/India-news/Haryana/Pregnant-woman-raped-in-Haryana/Article1-942782.aspx

regnant woman raped in Haryana
HT Correspondent, Hindustan Times
Kaithal, October 11, 2012
First Published: 00:22 IST(11/10/2012)
Last Updated: 00:24 IST(11/10/2012)
A five-month pregnant married Dalit woman, 19, was allegedly abducted and raped by two men in northern Haryana's Kaithal district, leaving the state reeling under the impact of the 15th reported sexual assault on its women within a month. The incident came to light on Wednesday, a day 
after Congress president Sonia Gandhi visited the family of a 15-year-old rape victim in Jind district who committed suicide. 

Kaithal police have arrested the two accused, Rakesh and Pawan, on the woman's complaint, said district superintendent of police Kuldeep Singh.

According to the woman, the accused abducted her around 4am on Tuesday when she had gone out of her house to answer nature's call.

Singh said, "Investigation has revealed a call was made from the woman's phone to accused Rakesh at 3.20am on Tuesday. The call details and other evidence will be placed in court."

The series of rapes have raised a political storm in Haryana, where the powerful khaps have suggested lowering the marriageable age of boys and girls to 16 years to curb incidents of sexual assault.

On Tuesday, Gandhi had taken on the khaps, saying law was solely in the hands of the judiciary. Former Haryana chief minister and INLD leader Om Prakash Chautla, however, supported the khap panchayats' suggestion on Wednesday, citing a Mughal-era practice.

"The Mughal sultanate in this country used to misbehave with women... to prevent that, people started getting their young girls married early so that no one did anything wrong to them… currently a similar situation is arising in the state."

In Delhi, Union home minister Sushilkumar Shinde said the Centre was monitoring the situation in Haryana.

Therefore it is a kind request please take appropriate action at earliest. 


Thanking You

Sincerely Yours

Lenin Raghuvanshi
Secretary General
Peoples' Vigilance Committee on Human Rights
Sa 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002
Mobile No: +91-9935599333


20 Delhi kids go missing daily, half are trafficked



---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Thu, Oct 11, 2012 at 5:15 PM
Subject: 20 Delhi kids go missing daily, half are trafficked
To: jrlawnhrc@hub.nic.in, covdnhrc@nic.in
Cc: lenin@pvchr.asia


To, 
The Chairperson
National Human Rights Commission
New Delhi

Dear Sir, 

I want to bring in your towards the news published  in Hindustan Times on 11 October, 2012 regarding 20 Delhi kids go missing daily, half are trafficked http://www.hindustantimes.com/India-news/NewDelhi/20-Delhi-kids-go-missing-daily-half-are-trafficked/Article1-942796.aspx



20 Delhi kids go missing daily, half are trafficked
Faizan Haider , Hindustan Times
New Delhi, October 11, 2012
First Published: 00:46 IST(11/10/2012)
Last Updated: 00:52 IST(11/10/2012)
Around 20 children go missing in Delhi every day. Around eight of them — or 40%   — are never seen again, Delhi Police records show. According to police statistics, 1,153 children went missing between July 16 and September 15 this year, approximately half of them trapped by
traffickers. While 688 children were found, 465 remain untraceable. Many of the victims are infants.

Police said many of the children were rescued from placement agencies, factories and homes, where they had been employed as workers or domestic helps. Some had wandered off on their own.

"Most children who go missing in Delhi end up in traffickers' hands. Children below eight years are forced into begging. The older ones are pushed into child labour. Organised gangs kidnap minors and transport them to other cities," said Rakesh Senger, national secretary of Bachpan Bachao Andolan, an organisation helping the police in rescuing such children.

Sube Singh's nine-year-old son was last seen playing outside his home in south Delhi's Sangam Vihar in August 2011. "The authorities have no clue where he is. I go to the local police almost every second day with hope," said Singh, a factory worker.

Last month, the parents of another nine-year-old boy got lucky. The police traced their child to a shelter home in Lajpat Nagar after more than two-and-a-half years. The boy had gone missing from near his house in west Delhi's Nihar Vihar.

Cases of disappearance have shot up by more than 40% this year. In 2010 and 2011, around 14 children went missing every day. Around 11 were traced.

The police have identified 18 hotspots — mostly slums in the city's outskirts — from where most of the cases are reported. In 2011, 191 children went missing from Khajuri Khas (east Delhi) and 115 from Karawal Nagar (outer Delhi).

Around 100 children disappeared from Aman Vihar and Shahbad Dairy (both in outer Delhi) as well as Gokulpuri (east Delhi).

Delhi Police spokesperson Rajan Bhagat said special measures were being taken to curb the problem.

"We have started by identifying the areas where children go missing. We will soon launch an awareness programme to educate parents how to safeguard their children. We take missing persons' complaints very seriously," said Bhagat.

Rishikant, executive director of Shakti Vahini, an NGO, said strict laws against trafficking could act as a deterrent.

"There should also be regular checks on placement agencies and illegal factories," he said.

Therefore it is a kind request please take appropriate action at earliest. 


Thanking You

Sincerely Yours

Lenin Raghuvanshi
Secretary General
Peoples' Vigilance Committee on Human Rights
Sa 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002
Mobile No: +91-9935599333



Saturday, October 6, 2012

PVCHR: Fake Encounter, Four Manipur Cops Suspended

PVCHR: Fake Encounter, Four Manipur Cops Suspended: ---------- Forwarded message ---------- From: Shabana - < shabana@pvchr.asia > Date: Sat, Oct 6, 2012 at 1:57 PM Subject: re: Fake Encoun...

Saturday, September 15, 2012

ग्राम बाबूपुरा, जिला सहारनपुर, थाना ननोता मे दिनांक 1/9/2012 को दलित महिला से हुये गैंग रेप मे नामजद अभियुक्त होने के बाद भी पुलिस द्वारा न तो कोई कार्यवाही की गये और न ही कोई गिरफ्तारी की गई, साथ ही पीडित को जान से मारने की धमकी के सम्बन्ध मे।

सेवा मे,                                                     दिनांक : 15/9/2012  

अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवधिकार आयोग,
नई दिल्ली।

विषय : ग्राम बाबूपुरा, जिला सहारनपुर, थाना ननोता मे दिनांक 1/9/2012 को दलित महिला से हुये गैंग रेप मे नामजद अभियुक्त होने के बाद भी पुलिस द्वारा न तो कोई कार्यवाही की गये और न ही कोई गिरफ्तारी की गई, साथ ही पीडित को जान से मारने की धमकी के सम्बन्ध मे।  

महोदय,

आपका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाहता हू कि ग्राम- बाबूपुरा, थाना- ननोता, जिला- सहारनपुर मे  दिनांक 1/9/2012 को शाम 6.30 बजे दर्शना देवी पत्नी अनिल अपने घर से शौच के लिये खेत की ओर निकली तो वहा खेत मे पहले से ही घात लगाकर बैठे मुरसलिन पुत्र यासीन, जहांगीर पुत्र अख्तर, कर्मा पुत्र रूढा, विजेश पुत्र नेमचन्द और जस्बीर पुत्र राजेन्द्र जो की इसी गाँव के निवासी है। उन पांचो ने मिलकर जाति सूचक गाली देते हुये उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। साथ ही उसे काफी मारा-पीटा और धारदार हथियार से उसे लहूलुहान भी कर दिया। शोर मचाने पर गाँव के कुछ लोगो ने महिला को जिला अस्पताल पहुचाया जहा उसका इलाज हुआ। इसके साथ ही एफ.आई.आर भी उन लोगो के खिलाफ नामजद करायी गयी। परन्तु आज तक न तो कोई गिरफ्तारी हुयी न ही केस मे कोई कार्यवाही पुलिस के द्वारा की गयी। जिससे उन अभियुक्तो द्वारा लगातार पीडिता और उसके घर वालो को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

इसके साथ ही जब महिला को जिला अस्पताल से छोडा गया तो उसके परिवार वालो के माँगने के बावजूद जिला अस्पताल के डाक्टर द्वारा नही दिया गया।
अतः आपसे निवेदन है कि आप इस मामले को संज्ञान मे लेते हुये इस मामले मे त्वरित कारवाही करने का निर्देश दे ताकि एक दलित पीडित महिला के जान माल की सुरक्षा हो सके साथ ही पीडित महिला को उचित मुआवजा भी दिलाने की कृपा करे।

संलग्नक:
1.       एफ.आई.आर की कापी
2.       जिला अस्पताल मे भर्ती का स्लिप
3.       अखबार की कतरन

भवदीय
अनूप कुमार श्रीवास्तव
सीनियर मैनेजर
मानवाधिकार जननिगरानी समिती
सा 4/2ए दौलतपुर, वाराणसी 
9935599335