Tuesday, December 18, 2012

जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना के मानवाधिकार कार्यकर्ता व पत्रकार पर जानलेवा हमला कर कीमती कैमरा को तोडना तथा F.I.R. दर्ज होने के वाबजूद सम्भावित दोषियो को गिरफ्तार नही करने के सन्दर्भ मे !

                                                                               दिनांक - 18 दिसम्बर, 2012.
सेवा मे, 
श्रीमान अधयक्ष महोदय, 
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली - भारत !


विषय : -  जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना  के मानवाधिकार कार्यकर्ता व पत्रकार पर जानलेवा हमला कर कीमती कैमरा को तोडना तथा F.I.R. दर्ज होने के वाबजूद सम्भावित दोषियो को गिरफ्तार नही करने के सन्दर्भ मे ! 

महोदय,

हम आपका ध्यान दैनिक अखबारो मे छपी खबरो की ओर आकृष्ट कराना चन्हुंगा, जिसमे अवैध रूप से जमीन का कब्जा करने और ग्रामीण मृतक की दाह संस्कार को लेकर झडप की खबर करते दो पत्रकारो के साथ मारपीट की गयी, साथ ही साथ उनका कीमती कैमरा को छीनकर तोड दिया गया !

विदित हो कि मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अम्बेडकर नगर स्थित अकबरपुर थाना से सम्बन्धित है, जहा गैर जनपद के बाबा बने व्यक्ति ने अपने अनुयायियो के साथ मिलकर खाली जमीन को देखते हुए अवैध कब्जा किया ! उसी दौरान गांव मे किसी के देहांत होने पर दाह - संस्कार करने जा रहे ग्रामिणो का रास्ता रोक दी गयी, जिससे विवाद बढने पर दोनो पक्षो मे लाठी - डंडो से भयंकर झगडा हो गया ! उसी दौरान गुजरते दो पत्रकारो ने स्थिति को देखते हुए खबरो हेतु तथा फोटो लेने के लिए पहुंचे थे कि अचानक भीड के एक समूह दोनो पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे भयानक चोटे आयी और कैमरा छीन कर तोड दिया गया !

मामले मे पत्रकार व मानवाधिकार कार्यकर्ता दिग्विजय सिह द्वारा थाना अकबरपुर मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयी, लेकिन आज तक सम्भावित दोषियो के खिलाफ न कार्यवाही की जा रही है और न ही गिरफ्तारी ! दूसरी ओर लगातार मामले मे चुप कराने तथा रफा - दफा करने का दबाब बनाया जा रहा है ! स्थानीय प्रशासन द्वारा आश्वासन मिला कि अवैध कब्जा को हटाया जायेंगा, लेकिन आज तक उस पर भी अमल नही किया गया है !

अत: आपसे अनुरोध है कि मामले मे त्वरित हस्तक्षेप कर न्यायोचित कार्यवाही करते हुए पीडितो को सुरक्षा प्रदान करने की कृपा करे !

संलग्नक - 1. अखबार की कटिंग, 2. F.I.R. की प्रतिलिपि ! 


भवदीय,


(डा0 लेनिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति,
सा 4/2 ए., दौलतपुर, वाराणसी,
उत्तर प्रदेश - भारत - 221002.

मो0न0 - +91-9935599333.
ई - मेल - lenin@pvchr.asia


Sunday, December 2, 2012

Fwd: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे “भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान” के सन्दर्भ मे !



---------- Forwarded message ----------
From: Dr. Lenin Raghuvanshi <lenin@pvchr.asia>
Date: 2012/12/2
Subject: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे "भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान" के सन्दर्भ मे !
To: jrlawnhrc <jrlawnhrc@hub.nic.in>, jrlawnhrc <jrlawnhrc@nic.in>



    

                                                                                      दिनांक – 01 दिसम्बर, 2012.

सेवा मे,

      श्रीमान अध्यक्ष,

      राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

      नई दिल्ली – भारत !   

विषय – उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद मे "भूत – प्रेत के चक्कर मे दो लोंगो की गयी जान" के सन्दर्भ मे !   

हम आपका ध्यान विषयक के सम्बन्ध मे आकृष्ट कराना चन्हुंगा ! दिनांक - 29 नवम्बर, 2012 के स्थानीय अखबार अमर उजाला मे छपी खबर शीर्षक 'भूत प्रेत के चक्‍कर में दो लोगों की हत्‍या सोनभद्र के ओबरा क्षेत्र बिल्‍ली-मारकुण्‍डी गांव में 60 वर्षीय धनेशरी देवी पत्‍नी गोरे लाल को भूत प्रेत का इल्‍जाम लगाते हुए रिश्‍ते में भतीजा लगने वाला लाठी डंडों से मारकर लहू लूहान कर दिया, जिससे उनकी हालत नाजूक हो गयी और अस्‍पताल जाते-जाते देहांत हो गया।  वही दूसरी ओर सोनभद्र के बभनी क्षेत्र के सागोंबांध गांव में राम विचार यादव उम्र-45 वर्ष को गांव के ही यूवक भूत प्रेत का ईल्‍जाम लगाते हुए पत्‍थर से कूंच कर जान ले लिया। स्‍थनीय पुलिस-प्रशासन द्वारा दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर तफतीश कर दी गयी है, लेकिन अभी तक दोषियों की गिरफतारी नही हुयी है।

संलग्नक - http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121129a_008190009&ileft=573&itop=416&zoomRatio=283&AN=20121129a_008190009

      विदित हो कि सोनभद्र इलाका आज भी अंधविश्‍वासों और कुरीतियों के कारण कई लोगों की निर्मम हत्‍या होती रही है। इस संदर्भ में समिति द्वारा अनेको बार आवेदन द्वारा शिकायत कर और स्‍थानीय प्रशासन को संवेदित कर इस ओर राश्‍टीय स्‍तर पर अवगत कराया गया। लेकिन आज भी उन कुरोतियों और अंधविश्‍वासों को लेकर कोई ठोस पहल एवं कानून नही बनायी गयी है। मामलों में स्‍थानीय पुलिस – प्रशासन केवल खाना पूर्ति करते रहे है, इस सन्दर्भ मे कभी भी जन जागरूकता करने या समय रहते ठोस कदम नही उठाया गया है !

अत: आपसे निवेदन है कि मामले मे त्वरित हस्तक्षेप करते हुए ठोस कदम उठायी जाए, और पीडित परिजनो को सुरक्षा के साथ पुनर्वास कराने की कृपा करे !

भवदीय

 

(डा0 लेनिन)

महासचिव

मो0 न0- +91-9935599333.

ई-मेल – lenin@pvchr.asia

 

 
 



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