Tuesday, August 18, 2020

EXCLUSIVE: कोरोना काल में सोनभद्र में बेघर होंगे 64 परिवार, भाजपा MLC के पत्र पर नोटिस जारी


From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Tue, Aug 18, 2020 at 10:58 AM
Subject: EXCLUSIVE: कोरोना काल में सोनभद्र में बेघर होंगे 64 परिवार, भाजपा MLC के पत्र पर नोटिस जारी
To: cr.nhrc <cr.nhrc@nic.in>, covdnhrc <covdnhrc@nic.in>, NHRC <ionhrc@nic.in>
Cc: lenin <lenin@pvchr.asia>


To,

The Chairperson

National Human Rights Commission

New Delhi

 

Respected Sir,


I want to bring in your kind attention towards the news published in Junputh on 18 August, 2020 regarding  कोरोना काल में सोनभद्र में बेघर होंगे 64 परिवार, भाजपा MLC के पत्र पर नोटिस जारी https://junputh.com/open-space/ankhi-das-complaint-to-delhi-cyber-cell-on-life-threats/?fbclid=IwAR0YkjkygcIClcfElkZ29B-jBIS0C_LIiw0539O1sMYu4pWF_GMFq9Sezks



Therefore it is a kind request please take appropriate action at earliest. 

Thanking You


Sincerely Yours


Lenin Raghuvanshi

Convenor 

Peoples' Vigilance Committee on Human Rights 


किसी को 'मुर्दाबाद' कहना क्‍या जान की धमकी माना जाएगा अब? समझें आंखी दास की पूरी शिकायत


फेसबुक कंपनी में पब्लिक पॉलिसी की निदेशक (भारत, दक्षिण एशिया और मध्‍य एशिया) आंखी दास ने 16 अगस्‍त की रात जिन लोगों के खिलाफ दिल्‍ली पुलिस की साइबर सेल में 'अपनी जान को खतरे का अंदेशा' बताकर शिकायत की है, वह प्रथम दृष्‍टया कमज़ोर जान पड़ती है।

आंखी दास ने हिमांशु देशमुख, आवेश तिवारी, अनामिका सिंह, ट्राविस बिकल, @justanalysis1 नाम के ट्विटर हैडिल और अन्‍य अज्ञात लोगों के खिलाफ साइबर सेल को शिकायत भेजी है कि इन पांच नामजद और अन्‍य अज्ञात लोगों ने ऑनलाइन कंटेंट प्रकाशित कर के आंखी दास को हिंसक धमकियां दी हैं।

शिकायत की प्रति का स्‍क्रीनशॉट नीचे दिया जा रहा है!

अपनी शिकायत के बिंदु 2 में सबसे पहले उन्‍होंने ट्राविस बिकल के नाम से एक ट्विटर हैंडिल का नाम लिया है और लिखा है कि उन्‍हें इससे जान से मारने की धमकी मिली है। इस हैंडिल के नाम से दास ने जो धमकी का यूआरएल दिया है, उसे देखने पर पता चलता है कि इस हैंडिल ने शिकायत में दर्ज एक और नामजद अनामिका सिंह (@its_annu_) को रिप्‍लाइ करते हुए 16 अगस्‍त की शाम लिखा था: ''आंखी दास मुर्दाबाद''।

भारत में किसी का विरोध जताने के लिए उसके नाम से मुर्दाबाद कहना एक सामान्‍य लोक भाषा का हिस्‍सा है लेकिन दास ने इसे अपनी जान को धमकी के रूप में दर्ज करवाया है। दिलचस्‍प यह है कि जिस हैंडिल अनामिका सिंह (@its_annu_) को रिप्‍लाइ करते हुए यह लिखा गया है, वह हैंडिल किसी मोहम्‍मद अनस के नाम से दिखा रहा है जिस पर आखिरी रीट्वीट दिसंबर 2017 की है।  

दूसरा नामजद आरोपी जिस हैंडिल @justanalysis1 को बनाया गया है, शिकायत में उसके दिये यूआरएल पर जाने से पता लगता है कि इस हैंडिल ने वकील साकेत गोखले के ट्वीट पर रिप्‍लाइ करते हुए फेसबुक के आधिकारिक हैंडिल को टैग कर के 16 अगस्‍त की शाम को लिखा था:

''फेसबुक, तुम्‍हारी आंखी दास को पब्लिक में दौड़ा कर लटकाया जा सकता है। फेसबुक को भारत में अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए। भारत छोड़ो।''

तीसरा नामजद आरोपी हिमांशु देशमुख को बनाया गया है। इनके जिस यूआरएल का शिकायत में जिक्र है, वह एक और नामजद आवेश तिवारी के फेसबुक स्‍टेटस का शेयर है।

इसके बाद आंखी दास ने वरिष्‍ठ पत्रकार आवेश तिवारी के फेसबुक स्‍टेटस का यूआरएल डाला है। इस स्‍टेटस में आवेश तिवारी ने वॉल स्‍अ्रीट जर्नल में फेसबुक के बारे में छपी स्‍टोरी को आठ बिंदुओं में समझाते हुए एक तस्‍वीर डाली है जिसमें आंखी दास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिख रही हैं।

आंखी दास ने खुद शिकायत में लिखा है कि ये सभी 'धमकियां' उन्‍हें 14 अगस्‍त को वॉल स्‍ट्रीट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के हवाले से मिल रही हैं जिसे भारत में सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।

आंखी दास लिखती हैं कि उपर्युक्‍त व्‍यक्तियों ने ''अपनी राजनीतिक सम्‍बद्धता'' के चलते जानबूझ कर'' उन्‍हें बदनाम किया है तथा उन्‍हें अपने और अपने परिवार वालों की सुरक्षा का डर सता रहा है।

वे अपनी शिकायत में पुलिस को आइपीसी की वे धाराएं सुझाती हैं जिनके तहत उनके आरोपितों पर पर मुकदमा किया जाना चाहिए। विडम्‍बना यह है कि भारत में कुछ प्रकाशनों ने उनकी सुझायी धाराओं को एफआइआर की धारा मानकर खबर बना दी है। इनमें क्विंट हिंदी प्रमुख है। एफआइआर की यह गलत खबर समाचार एजेंसी आइएएनएस ने स्रोतों के हवाले से चलायी थी।        

इस शिकायत में एक दिलचस्‍प बात यह है कि आंखी दास द्वारा नामजद बनाये गये चार व्‍यक्ति/हैंडिल की कार्रवाइयां किसी न किसी रूप में वकील साकेत गोखले के ट्वीट से जुड़ी हैं लेकिन साकेत गोखले खुद नामजद नहीं हैं।

इसे ऐसे समझें कि साकेत गोखले के ट्वीट पर दो हैंडिल से रिप्‍लाई हुआ जिनका जिक्र शिकायत में है: @justanalysis1 और @its_annu_ जबकि तीसरे नामजद ट्राविस बिकल ने उसी थ्रेड में @its_annu_ को जवाब दिया। आंखी दास की शिकायत में ये तीनों आरोपी हैं लेकिन साकेत गोखले आरोपी नहीं हैं। इनमें से @its_annu_ का यूआरएल गायब है और आखिरी रीट्वीट दिसंबर 2017 का है।

आंखी दास ने गोखले को आरोपी तो नहीं बनाया है, लेकिन अपनी तस्‍वीर सर्कुलेट करने वाले तीन यूआरएल शिकायत में डाले हैं जिसमें एक स्‍टेटस साकेत गोखले का भी है।  




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An initiative of Jan Mitra Nyas ISO 9001:2008

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अयोध्या में साधु ने नाबालिग लड़के से किया रेप का प्रयास, विरोध करने पर काटा प्राइवेट पार्ट


From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Tue, Aug 18, 2020 at 10:44 AM
Subject: अयोध्या में साधु ने नाबालिग लड़के से किया रेप का प्रयास, विरोध करने पर काटा प्राइवेट पार्ट
To: cr.nhrc <cr.nhrc@nic.in>, covdnhrc <covdnhrc@nic.in>, NHRC <ionhrc@nic.in>
Cc: lenin <lenin@pvchr.asia>


To,

The Chairperson

National Human Rights Commission

New Delhi

 

Respected Sir,


I want to bring in your kind attention towards the news published in News 18 अयोध्या में साधु ने नाबालिग लड़के से किया रेप का प्रयास, विरोध करने पर काटा प्राइवेट पार्ट https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/ayodhya-uttar-pradesh-ayodhya-a-sadhu-attempted-to-sexually-exploit-a-minor-boy-he-also-chops-private-part-of-the-boy-nodmk8-3205915.html


Therefore it is a kind request 


1. Direct for the protection to the survivor and his family member

2. Direct for the compensation for the rehabilitation of the survivor and provide expert counselling for psycho- social rehabilitation 

3. Direct for the investigation of the case by an independent agency. 


Thanking You


Sincerely Yours


Lenin Raghuvanshi


Convenor 



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लखीमपुर खीरी: मासूम बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद की थी बर्बरता से हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार


From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Tue, Aug 18, 2020 at 10:35 AM
Subject: लखीमपुर खीरी: मासूम बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद की थी बर्बरता से हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार
To: cr.nhrc <cr.nhrc@nic.in>, covdnhrc <covdnhrc@nic.in>, NHRC <ionhrc@nic.in>
Cc: lenin <lenin@pvchr.asia>



To,

The Chairperson

National Human Rights Commission

New Delhi

 

Respected Sir,


I want to bring in your kind attention towards the news published in Amar Ujala on 16 August, 2020  लखीमपुर खीरी: मासूम बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद की थी बर्बरता से हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/bareilly/two-accused-arrested-after-gang-rape-of-13-year-old-girl-in-lakhimpur-kheri


Therefore it is a kind request to take appropriate action at earliest. 


Thanking You


Sincerely Yours


Shruti Nagvanshi

Convenor 

Savitri Bai Phule Women Forum and Voice of People 


and 


Shirin Shabana Khan

Program Director 

Peoples' Vigilance Committee on Human Rights 


लखीमपुर खीरी: मासूम बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद की थी बर्बरता से हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखीमपुर खीरी Updated Sun, 16 Aug 2020 04:38 PM IST
   

एसपी सत्येंद्र कुमार - फोटो : एएनआई
 
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थाना ईसानगर क्षेत्र में 13 साल की किशोरी से हवसी दरिंदों ने पहले सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर उसकी दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस ने हत्या के दर्ज इस मामले में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा बढ़ा दी है। साथ ही नामजद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान भेजा है। पुलिस दोनों आरोपियों पर एनएसए लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार की दोपहर थाना क्षेत्र की 13 वर्षीय किशोरी खेतों की ओर शौच करने गई थी। उसी दिन शाम को उसका शव गन्ने के खेत में मिला था। गले मे दुपट्टा कसा था। हाथपांव बंधे थे। घर वालों और प्रत्यक्षदर्शियों ने दोनों आंख फूटी होने का दााव किया था। 

पुलिस ने पिता की तहरीर पर गांव के ही संजय गौतम (19) और संतोष यादव (25) के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। शनिवार को तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गयी। रिपोर्ट में किशोरी की गला दबाकर हत्या और दुष्कर्म की बात सामने आई है। डॉक्टरों ने स्लाइड बनाकर पुलिस को सौंपी है। पुलिस ने रिपोर्ट मिलने के बाद सामूहिक दुष्कर्म और पास्को एक्ट की धारा बढ़ा दी है।
हमका इंसाफ चाही साहब!
शनिवार को एसपी सत्येंद्र कुमार सिंह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने मृतक किशोरी के विलख रहे पिता को ढांढस बंधाया। घटना की जानकारी ली। पिता ने हाथ जोड़कर एसपी से कहा कि साहब! अकेल हमार बिटिया रहाय। हमका इंसाफ चाही। यह कहकर वह फूटकर रोने लगा। एसपी ने कहा कि घटना से काफी दुखी हूं। बेटी को तो लौटा नहीं सकता, लेकिन जिन्होंने घटना की है। उनका हाल ऐसा करेंगे कि वह पानी भी नहीं मांग सकेगें।

एनएसए की कार्रवाई शुरू
किशोरी की दुष्कर्म के बाद की गई हत्या मामले को लेकर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। दोनों आरोपियों पर पुलिस एनएसए की कार्रवाई करेगी। इसको लेकर पुलिस ने कार्रवाई भी तेज कर दी है।

कदम-कदम पर पुलिस करती रही गलतियां
सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या मामले को लेकर पुलिस शुरुआती दौर से लापरवाह रही और कदम-कदम पर गलतियां करती रही। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह सूचना के करीब पौन घंटे बाद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तमाम साक्ष्यों के बाद भी अपनी गर्दन बचाने और मामला तूल न पकड़े। इसको लेकर मामले को दबाने में जुट गई। पुलिस ने सिर्फ हत्या का केस दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी में दिलचस्पी दिखाई। एसपी भी घटना को लेकर काफी लापरवाह दिखे। उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस पर पिता से बातकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। बड़ी घटना होने के बाद भी उन्होंने घटना स्थल पर जाने की जहमत नहीं उठाई।

ट्विटर पर मचा घमासान तो पहुंचे डीएम-एसपी
ईसानगर की घटना को लेकर बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने घटना के प्रति ट्विटर पर रोष जताया और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। पूर्व मुख्यमंत्री सपा अखिलेश यादव ने भी घटना को दुखद बताते हुए सरकार को घेरा। ट्विटर पर मचे घमासान और शासन के रिपोर्ट तलब करने पर अफसर सकते में आ गए। आनन-फानन में डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह के साथ एसपी सत्येंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पीड़ित परिवार से बातचीत की। डीएम ने विलख रहे परिवार वालों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद करने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।

शव पहुंचते ही घर में मचा कोहराम, ग्रामीणों में रोष
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव जब गांव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। इकलौती बेटी की मौत से मां और उसके दोनों भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल है। किशोरी के साथ हुई बर्बरता को याद कर परिवार के ही नहीं गांव के लोग भी सिहर उठते हैं। गांव में मातमी सन्नाटा छाया है। परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। गांव के लोगों में रोष है। बहू-बेटियों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।

सियासी हलचल तेज: परिवार वालों से मिले नेता 
सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी की बर्बरता पूर्वक की गई हत्या से सियासी ऊबाल है। रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल, कांग्रेस के पूर्व सांसद जफर अली नकवी, धौरहरा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी, पूर्व मंत्री सपा यशपाल चौधरी, बसपा जिलाध्यक्ष प्रमोद चौधरी सहित कई लोग गांव पहुंचे। घटना स्थल देखा। पीड़ित परिवार से बातचीत की। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने और हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने पीड़ित परिवार को 20 हजार रुपये की नगद सहायता दी। पूरे दिन नेताओं के आने-जाने का सिलसिलि गांव में जारी रहा।

पिता की तहरीर पर गांव के ही संतोष यादव और संजय के खिलाफ  रिपोर्ट दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम में गला घोंटकर हत्या और दुष्कर्म की बात आई है। जुबान और आंख सुरक्षित थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों पर एनएसए लगाया जाएगा, जिसकी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। -सत्येंद्र कुमार सिंह, एसपी

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कैदी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या,जेल प्रशासन में मचा हड़कंप


From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Mon, Aug 17, 2020 at 10:59 AM
Subject: कैदी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या,जेल प्रशासन में मचा हड़कंप
To: cr.nhrc <cr.nhrc@nic.in>, covdnhrc <covdnhrc@nic.in>, NHRC <ionhrc@nic.in>
Cc: lenin <lenin@pvchr.asia>


To,

The Chairperson

National Human Rights Commission

New Delhi

 

Respected Sir,


I want to bring in your kind attention towards the news published in Dainik Jagran on 17 August, 2020 regarding कैदी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या,जेल प्रशासन में मचा हड़कंप https://www.jagran.com/uttar-pradesh/agra-city-suicide-in-jail-prisoner-committed-suicide-in-kasganj-district-jail-20630860.html


Therefore it is kind request

  1. To conduct an inquiry in this incident of Custodial death under section 176(1)A Cr.PC by a Judicial Magistrate
  2. To provide compensation to the victim's family.
  3.  To ensure Videography of the Post-Mortem Report of the victim & the same is informed to NHRC.
  4. To direct authorities for providing expert counselling and mental health treatment to the inmates in jail.


Thanking You


Sincerely Yours


Lenin Raghuvanshi


Convenor 


Suicide in Jail: कैदी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या,जेल प्रशासन में मचा हड़कंप

Publish Date:Sun, 16 Aug 2020 07:50 AM (IST)
Suicide in Jail: कैदी ने जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या,जेल प्रशासन में मचा हड़कंपSuicide in Jailहत्या के मामले में सजा काट रहा था कैदी ज्ञान प्रताप। हाल ही में फैजाबाद जेल से कासगंज जिला में किया गया था शिफ्ट।

आगरा, जेएनएन। कासगंज जिला कारागार के हाई सिक्योरिटी बैरिक में बंद विचाराधीन कैदी ने बैरिक में ही चादर से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया है। कैदी को 2019 में अयोध्या जिला जेल से कासगंज जेल में स्थांतरित किया गया था।

शनिवार की सुबह कासगंज जेल की हाई सिक्योरिटी बैरिक में बंद हत्या के मामले में विचाराधीन अकबरपुर निवासी 23 वर्षीय ज्ञान सिंह का शव बैरिक में फांसी पर लटका मिला। जब जानकारी जेल प्रशासन को हुई तो हड़कंप मच गया। फंदे से उतारकर शव को पोस्टमार्टम भेजा गया और सूचना स्वजनों को दी गई। बताया जाता है कि कैदी मूल रूप से अकबरपुर का रहने वाला था। उस हत्या सहित आधा दर्जन मामले थे। 16 फरवरी 2019 को उसे अयोध्या से कासगंज जिला जेल में शिफ्ट किया गया था। कैदी को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरिक में रखा गया था।

हाई सिक्योरिटी बैरिक में एक ही कैदी काे रखा जाता है। संभवत: बंदी ने शुक्रवार देर रात खुदकुशी की है। शनिवार की सुबह जब बैरिक खुली तब इसकी जानकारी हुई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया। स्वजनों के पहुंचने पर शव उनके सुपुर्द कर दिया गया है।

- एके सिंह, डिप्टी जेलर

Posted By: Tanu Gupta








































































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जेल बैरक के शौचालय में लटकता मिला कैदी का शव


From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: Mon, Aug 17, 2020 at 10:54 AM
Subject: जेल बैरक के शौचालय में लटकता मिला कैदी का शव
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I want to bring in your kind attention towards the news published in Dainik Jagran on 17 August, 2020 regarding जेल बैरक के शौचालय में लटकता मिला कैदी का शव https://www.jagran.com/uttar-pradesh/ambedkarnagar-prisoner-dead-body-found-hanging-in-jail-barrock-toilet-20633159.html


Therefore it is kind request

  1. To conduct an inquiry in this incident of Custodial death under section 176(1)A Cr.PC by a Judicial Magistrate
  2. To provide compensation to the victim's family.
  3.  To ensure Videography of the Post-Mortem Report of the victim & the same is informed to NHRC.
  4. To direct authorities for providing expert counselling and mental health treatment to the inmates in jail.


Thanking You


Sincerely Yours


Lenin Raghuvanshi


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जेल बैरक के शौचालय में लटकता मिला कैदी का शव

Publish Date:Mon, 17 Aug 2020 06:12 AM (IST)
जेल बैरक के शौचालय में लटकता मिला कैदी का शव-जलालपुर थानाक्षेत्र के डड़वा गांव का मृतक -अपहरण व दुष्कर्म मामले में भेजा गया था जेल

अंबेडकरनगर : अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के मरैला स्थित जिला कारागार में निरुद्ध एक कैदी ने शनिवार दोपहर बैरक के बाहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद जेल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मेडिकल टीम के साथ उच्च अधिकारी के मौके पर पहुंचने के बाद शव को उतारकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जेलर रमाकांत दोहरे ने बताया प्रतिदिन की भांति सुबह आठ बजे सभी कैदियों को बैरक से खाना खाने के लिए निकाला गया था। दोपहर 12 बजे जब सभी कैदियों को दोबारा जेल में निरुद्ध किया जाने लगा तो एक कैदी कम मिला। जेलर के साथ बैरक में तैनात प्रहरियों द्वारा खोजने पर बैरक के बाहर बने शौचालय की पाइप से एक कैदी का शव लटका मिला। इसकी सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को दी गई। मृतक कैदी की पहचान जलालपुर थाना के डड़वा निवासी राजन चौहान के रूप में हुई है। जो 12 अगस्त को किशोरी के अपहरण, दुष्कर्म व पास्को एक्ट के मामले में जेल में निरुद्ध था। बताया जा रहा है कि जब से वह जेल में आया है अवसाद में था।

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-पहले भी हुई लापरवाही : जेल प्रशासन की इस प्रकार की लापरवाही कोई नई नहीं है। इससे पहले भी गत जुलाई माह में कैदियों द्वारा तोड़फोड़ करने के बाद जेल की छत पर चढ़कर कैदियों ने पथराव किया था। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र और पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी द्वारा कैदियों को समझाने के बाद मामला शांत हुआ था जिसमें कई कैदियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।

Posted By: Jagran



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उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से 10 वर्षीय बालक की करेंट लगाने से मौत के सम्बन्ध में |

The matter relates to death of a boy (aged 10 years) due to electrocution on 31.07.2016, due to negligence on the part of Electricity Department of Government of Uttar Pradesh. The Commission had issued a Show Cause Notice as to why an amount of Rs.1,00,000/- should not be paid to the next of kin of the deceased for violation of his human rights. In response, Deputy General Manager, U.P. Power Corporation Limited, Shakti Bhavan (Vistar), 14, Ashok Marg, Lucknow, Managing Director, Dakshinanchal Vidyut Vitran Nigam Limited, Energy Bhavan, Agra and City Commissioner, Municipal Corporation, Aligarh vide communications dated 28.03.2019, 27.03.2019 and 28.03.2019, respectively, have submitted reports. Perusal of these reports reveals that the monetary compensation, an amount of Rs.1,00,000/- as recommended by the Commission has been paid to Shri Vasid Ali, father of the deceased Shahnawaj in this case vide cheque dated 26.03.2019 dated 28.03.2019. Proof of payment has also been attached with above report. The Commission considered the matter and observed that since an amount of Rs.1,00,000/- has already been paid by Uttar Pradesh Power Corporation Limited to the father of the deceased, no further action, on the part of the Commission, is called for. The reports received from the State authorities are taken on record and the case is closed.

From:  <minority.pvchr@gmail.com>
Date: Thu, Aug 1, 2013 at 12:17 PM
Subject: उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से 10 वर्षीय बालक की करेंट लगाने से मौत के सम्बन्ध में |
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सेवा में,                                                            1 अगस्त, 2013

श्रीमान अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली

विषय : उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से 10 वर्षीय बालक की करेंट लगाने से मौत के सम्बन्ध में |

महोदय,

अलीगढ़ जिले के क्वार्सी क्षेत्र के जीवनगढ़ गली आठ निवासी वाशिद अली का दस वर्षीय बेटा शाहनवाज कक्षा दो का छात्र था। गली नंबर सात में उसका स्कूल है। रोजाना की भांति वह बुधवार की सुबह स्कूल जा रहा था। गली में बारिश के चलते पानी भर गया था | विद्युत पोल से पानी में करंट दौड़ रहा था। इस बात से अंजान बच्चा पानी में होकर गुजरने लगा । तभी करंट ने उसे चपेट में ले लिया। बच्चे की चीख सुनकर घरों से निकले लोगों ने उसे बाहर निकाला और मेडिकल कालेज ले गए। लेकिन यहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया ।

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए बिजली विभाग द्वारा लापरवाही बरतने ले लिए जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही का आदेश दे साथ ही मृतक बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाने की कृपा करे |

संलग्नक :

1.       http://www.jagran.com//uttar-pradesh/aligarh-city-10612496.html

 

भवदीय

डा0 लेनिन

महासचिव

मानवाधिकार जननिगरानी समिति

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी,

+91-9935599333 



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Response from Labour department

From: child&bonded Labour <childbondedlabour@gmail.com>
Date: Wed, Aug 14, 2019 at 3:23 PM
Subject: 832-833/srbl/19-20
To: <SHRAM1@gmail.com>, <pvchr.india@gmail.com>



Respected Sir
Please Find the Attachment

Thanks With Regards

From,

Child & Bonded Labour Section
Labour Commissioner Office, Uttar Pradesh
G.T. Road Kanpur.