सेवा में, 03 दिसम्बर,2017
श्रीमान अध्यक्ष महोदय
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
नई दिल्ली
विषय –उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में कोतवाली क्षेत्र के दिनदासपुर गाँव में आशा कार्यकर्ती की लापरवाही से गर्भवती महिला का मौत होने के सन्दर्भ में –
महोदय – विदित हो की मै आपका ध्यान दिनांक 29 नवम्बर,2017 विज्ञापन अमर उजाला की ओर आकुष्ट कराना चाहता हूँ | दिनदासपुर गाँव निवासी अखिलेश की पत्नी जीरावती उम्र -28 वर्ष, गर्भवती थी पीडिता परिवार वालो के अनुसार आशा कार्यकर्ती ने प्रसव कराने का आश्वासन दिया था मंगलवार दोपहर में महिला को दर्द होने पर आशा कार्यकर्ती उसे अस्पताल ले जाने के बजाय अपने झोला छाप पति से इलाज के लिए घर पर ही रोके रखा लेकिन हालत गम्भीर होने पर आशा कार्यकर्ती भाग गयी करीब तीन घंटे तक पीड़ित आशा कार्यकर्ती के इंतजार में कराहती रही अंत में अस्पताल ले जाते समय गर्भवती की मौत हो गयी पीड़ित परिवार के लोगो ने आशा कार्यकर्ती और उनके पति के खिलाफ लापरवाही का आरोप के सम्बन्धित तहरीर दी है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गयी |
अत: श्रीमान जी विनम्र निवेदन है की आशा कार्यकर्ती की इस घोर लापरवाही को गम्भीरता पूर्वक लेते हुए उचित कार्यवाही करने की कृपा करे और पीडिता को मुआवजा दिलाया जाये जिससे का पुनर्वासन हो सके |
1- संलग्नक – पेपर कटिंग
भवदीय
डा० लेनिन रघुवंशी
सीईओ
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