---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR <pvchr@rediffmail.com>
Date: 2012/6/16
Subject: उत्तर प्रदेश महोबा जिले में आर्थिक तंगहाली झेल रहे कर्जदार किसान के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के सन्दर्भ में।
To: covdnhrc@nic.in, ionhrc@nic.in
Cc: lenin@pvchr.asia, pvchr.india@gmail.com
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली।
विषय: उत्तर प्रदेश महोबा जिले में आर्थिक तंगहाली झेल रहे कर्जदार किसान के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के सन्दर्भ में।
महोदय,
विदित हो कि बुंदेलखण्ड क्षेत्र में पिछले कई वर्षो से सूखे और सिंचाई के संसाधन न होने के कारण किसान आर्थिक तंगहाली का शिकार होकर आत्महत्या कर रहे हैं। बीज, खाद, सिंचाई, बिजली आदि के लिए बैंक और साहूकारो से लिये गये कर्जो के कारण वसूली और तगादे के बोझ और मानसिक यंत्रणा के कारण किसानो के द्वारा आत्महत्या की घटना पिछले कई वर्षो से आम हो गयी है ।
दिनांक 14 जून, 2012 को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के ग्राम-ग्योडी, थाना-खन्ना, निवासी 65 वर्षीय किसान श्री बसंतलाल उर्फ बसंता द्वारा आर्थिक तंगी से जूझते हुए बैंक व साधन सहकारी समिति के कर्ज और साहूकारो के कर्ज के वसूली से तंग आकर आत्महत्या कर लिया गया। विदित हो कि मृतक बसंत लाल उर्फ बसंता के 15 बीघा खेत में फसल भी नहीं हुई जिससे कि कर्ज चुकाया जा सके।
केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के किसानो को आत्महत्या, आर्थिक तंगी से बचाने के लिए बड़ी मात्रा में राहत पैकेज और कर्ज माफी का ऐलान किया गया। लेकिन आज भी किसान आर्थिक तंगी झेलते हुए कुछ न कर पाने और सरकारी राहत ना मिल पाने की स्थिति में आत्महत्या को बाध्य हो रहे है।
अतः इस घटना को संज्ञान में लेकर जांच कराते हुए न सिर्फ पीडि़त परिवार को राहत प्रदान की जाय, बल्कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रहीं सभी राहत कार्यक्रमों का मूल्यांकन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाय कि फिर कोई किसान आत्महत्या ना करने को बाध्य हो।
संलग्नक :-
1. अख़बार की कटिंग।
भवदीया
(श्रुति)
मैनेजिंग ट्रस्टी
PEOPLES VIGILANCE COMMITTEE ON HUMAN RIGHTS(PVCHR)
SA4/2 DAULATPUR,VARANASI(UP)-221002,INDIA..
Phone: 91-542-25866688 .
Mobile:9935599330
www.pvchr.org
Sucuide of a farmer in Bundelkhand
From: PVCHR <pvchr@rediffmail.com>
Date: 2012/6/16
Subject: उत्तर प्रदेश महोबा जिले में आर्थिक तंगहाली झेल रहे कर्जदार किसान के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के सन्दर्भ में।
To: covdnhrc@nic.in, ionhrc@nic.in
Cc: lenin@pvchr.asia, pvchr.india@gmail.com
16 जून, 2012
सेवा में,
श्रीमान् अध्यक्ष,सेवा में,
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली।
विषय: उत्तर प्रदेश महोबा जिले में आर्थिक तंगहाली झेल रहे कर्जदार किसान के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के सन्दर्भ में।
महोदय,
विदित हो कि बुंदेलखण्ड क्षेत्र में पिछले कई वर्षो से सूखे और सिंचाई के संसाधन न होने के कारण किसान आर्थिक तंगहाली का शिकार होकर आत्महत्या कर रहे हैं। बीज, खाद, सिंचाई, बिजली आदि के लिए बैंक और साहूकारो से लिये गये कर्जो के कारण वसूली और तगादे के बोझ और मानसिक यंत्रणा के कारण किसानो के द्वारा आत्महत्या की घटना पिछले कई वर्षो से आम हो गयी है ।
दिनांक 14 जून, 2012 को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के ग्राम-ग्योडी, थाना-खन्ना, निवासी 65 वर्षीय किसान श्री बसंतलाल उर्फ बसंता द्वारा आर्थिक तंगी से जूझते हुए बैंक व साधन सहकारी समिति के कर्ज और साहूकारो के कर्ज के वसूली से तंग आकर आत्महत्या कर लिया गया। विदित हो कि मृतक बसंत लाल उर्फ बसंता के 15 बीघा खेत में फसल भी नहीं हुई जिससे कि कर्ज चुकाया जा सके।
केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के किसानो को आत्महत्या, आर्थिक तंगी से बचाने के लिए बड़ी मात्रा में राहत पैकेज और कर्ज माफी का ऐलान किया गया। लेकिन आज भी किसान आर्थिक तंगी झेलते हुए कुछ न कर पाने और सरकारी राहत ना मिल पाने की स्थिति में आत्महत्या को बाध्य हो रहे है।
अतः इस घटना को संज्ञान में लेकर जांच कराते हुए न सिर्फ पीडि़त परिवार को राहत प्रदान की जाय, बल्कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रहीं सभी राहत कार्यक्रमों का मूल्यांकन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाय कि फिर कोई किसान आत्महत्या ना करने को बाध्य हो।
संलग्नक :-
भवदीया
(श्रुति)
मैनेजिंग ट्रस्टी
PEOPLES VIGILANCE COMMITTEE ON HUMAN RIGHTS(PVCHR)
SA4/2 DAULATPUR,VARANASI(UP)-221002,INDIA..
Phone: 91-542-25866688 .
Mobile:9935599330
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