Friday, September 5, 2014

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में तहसील दिवस में अधिकारियों द्वारा फरियादियो के साथ दुर्व्यवहार करने और फरियादियो का प्रार्थना पत्र स्वीकार न करने के सम्बन्ध में

सेवा में,                                                                      5 सितम्बर, 2014

श्रीमान अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली |

विषय : उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में तहसील दिवस में अधिकारियों द्वारा फरियादियो के साथ दुर्व्यवहार करने और फरियादियो का प्रार्थना पत्र स्वीकार न करने के सम्बन्ध में |

महोदय,

      आपका ध्यान दैनिक समाचार पत्र "दैनिक जागरण" की इस खबर "अकबर का दरबार नहीं है तहसील दिवस" और दैनिक समाचार पत्र "हिन्दुस्तान" के इस खबर "प्रार्थना पत्र लेकर घूमते रहे फरियादी, नहीं हुई सुनवाई" की ओर आकृष्ट कराना चाहती हूँ |  

      2 सितम्बर, 2014 मंगलवार को चंदौली जिले के तहसील सभागार में जिलास्तरीय तहसील दिवस का आयोजन मंडलायुक्त राजेन्द्र मोहन श्रीवास्तव और डीआईजी एस. के. भगत की अगुआई में हुई | जहाँ जिले के अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे पहले से इस तहसील दिवस की कोइ भी तैयारी प्रशासन द्वारा नहीं की गयी थी जिसके कारण फरियादियो को बहुत परेशानी का सामना कराना पडा | बिना डिस्प्ले बोर्ड के बैठे अधिकारियों तक पहुचने में फरियादियो को काफी परेशानी का सामना करना पडा |

      एक तरफ तो पुरे तहसील दिवस में पुलिस व अन्य अधिकारियों द्वारा केवल यही प्रयास किया गया की फरियादियो को अधिकारियों से न मिलने दिया जाय और उनके प्रार्थना पत्र चपरासियों द्वारा एकत्रित कर उन्हें आश्वासन देकर वहाँ से भगा दिया गया | जिसपर वहां कई बार हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गयी | इसके साथ ही मंडलायुक्त महोदय लोगो की शिकायत न सुनकर उन्हें डाटते हुए कमरे से बाहर निकालने का आदेश देते हुए कहा की यह तहसील दिवस है कोइ अकबर का दरबार नहीं | तो वहीं दूसरी तरफ कई अधिकारी तहसील दिवस में फरियादियो की फ़रियाद सुनने की जगह सोते हुए मिले |

      अतः आपसे निवेदन है की प्रशासन द्वारा की गयी इस लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने व निर्देशित करे की तहसील दिवस पर फरियादियो की समस्याओ का निराकरण किया जाय | साथ ही इस गैरजिम्मेदारीपूर्ण बयान "अकबर का दरबार नहीं है तहसील दिवस" पर मंडलायुक्त से स्पष्टीकरण माँगा जाय |

 

संलग्नक :

1.        दैनिक समाचार पत्र "दैनिक जागरण" की खबर "अकबर का दरबार नहीं है तहसील दिवस" की छाया प्रति |   

2.       दैनिक समाचार पत्र "हिन्दुस्तान" की खबर "प्रार्थना पत्र लेकर घूमते रहे फरियादी, नहीं हुई सुनवाई" की छाया प्रति

 

भवदीया

श्रुति नागवंशी

स्टेट कन्वेनर

वायस ऑफ़ पीपुल

सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी

+91- 9935599330

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