---------- Forwarded message ----------
From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: 2017-07-20 13:16 GMT+05:30
Subject: Rejoinder in case no: 364/34/12/2017-AD registered in NHRC
To: cr.nhrc@nic.in
Cc: Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>, "Onkar. vishwkarma" <onkar670@gmail.com>
From: PVCHR Communication <cfr.pvchr@gmail.com>
Date: 2017-07-20 13:16 GMT+05:30
Subject: Rejoinder in case no: 364/34/12/2017-AD registered in NHRC
To: cr.nhrc@nic.in
Cc: Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>, "Onkar. vishwkarma" <onkar670@gmail.com>
To,
The
Chairperson
National
Human Rights Commission
New Delhi
Dear Sir,
I am sharing the
narratives of Mrs. Jaswa Devi w/o Pradip Chaudhary. Her case is registered
in NHRC 364/34/12/2017-AD
Therefore
it is kind request
1. To conduct an inquiry in this
incident of custodial death under section 176(1)A Cr.PC by a Judicial
Magistrate
2. To provide compensation to the
victim's family.
3. To ensure Videography of the
Post-Mortem Report of the victim& the same is informed to NHRC.
Thanking You
Sincerely Yours
Sincerely Yours
Lenin
Raghuvanshi
Founder
and CEO
Peoples'
Vigilance Committee on Human Rights
Email:
pvchr.india@gmail.com
पिट
–पिट कर मारने के बाद :
मेरे पति के लाश से टीपा ले रहा था दरोगा
मै जसवा देवी उम्र 45 वर्ष ग्राम
तहरो पोस्ट बासोडीह, थाना – सतगांवा,
जिला कोडरमा,झारखण्ड की मूल निवासी हूँ मेरे
परिवार में मेरे तीन बच्चे के साथ मै अकेली रहती हूँ |
मेरी घटना यह है की गाँव घर में होली को लेकर हर जगह चहल पहल चल रहा था,
मेरे पति के गाँव में गाय भैस इत्यादी चराने का काम करते थे,
होली के दिन घर से खाना पीना खा कर निकले और गाँव के सब लोग ढोल
तबिला ले कर गीत गा रहे थे व्ही पर ये भी गीत गाने गये और उसमे शामिल हो गये,उधर से एक चौकीदार जा रहा था तो उसी मण्डली का कुछ लोग उसे बुलाकर अबीर
लगाये इतने में वो गुस्सा हो गया और थाना में जाकर बड़ा बाबु से बहुत कुछ कह सुनाया,
कुछ ही देर में थाना से पुलिस वहा आ गयी और गीत गाने वाले लोगो को
लाठी डंडा से जम कर पिटाई किये कुछ लोग भाग गये और कुछ लोग नही भाग सके मेरा मरद
भी नही भागा वो व्ही खड़ा रहा पुलिस उसको बहुत मारा और गाली भी दे रहा था यह बात
हमे गाँव के लोग बताये, की पुलिस आपके मालिक को पकड़ कर थाना
ले गया आप थाना जाईये और ले जाईये, हम सुने तो बोले की मेरा
पति गाय चराता है उसको क्यों ले जायेगा पुलिस हमे झुठ लगा की कोई मजाक कर रहा है |
यह सुनकर हम अपने बेटा को थाना भेजे वह भी आकर यही बात बोला तब हम रात को
8 बजे एक लड़का को लेकर उसके गाड़ी से थाना गये और थाना जाकर गेट खोलकर अन्दर गये तो
बड़ा बाबु बाहर आकर बोला कौन है हम बोले मेरा मरद क्या गलती किया जो उसे पकड़ कर ले
आये है, इतना सुनते ही पुलिस हमे गंदा गंदा गाली देने लगा और
मेरे साथ गये लड़का को बोला की तुमको पेट्रोल डालकर मारेगे यह सुनकर हमे डर लगने
लगा की दुसरे के बेटा को लेकर आये है कुछ कर देगा, हम बोले
मेरा मालिक को छोड़ दीजिये तो बोला की अभी नही छोड़ेगे कल सुबह भेजेगे, पर कल सुबह फोन आया की बहुत बीमार है रिक्सा लेकर थाना बुलाया हम बोले की
वो ले गया और हम रिक्सा कहा से लाये फिर गाँव के कुछ लोग मोटर साईकिल से ले आये पर
मेरा मालिक कुछ बोल नही पा रहा था, उसका मुह खुला था और धीरे
– धीरे पुरा गम्भीर हो गया, फिर हम लोग
पुलिस को फोन कर के बताये तो पुलिस उसे अस्पताल ले गयी वहाँ दो सुई लगा और फिर सदर
कोडरमा चले आये,वहा से रिम्स भेजा गया झा पर रस्ते में जाते
जाते बढ़ी में मेरा मरद दम तोड़ दिया, फिर वहा से वापस आया और
सदर में ला कर रखवा दिया, उसके बाद रात के 9 बजे के करीब सब
कोडरमा थाना वाले हमसे ठिपा मांगे, की लाश छोड़ देंगे कोई
हल्ला हुजत नही होगा |
यह बोलकर हम ठिपा लगा दिए सुबह 4 बजा तो गाड़ी का ड्राईवर नही मिला फिर
पुलिस आया और बोला की लिखा पढ़ी होगा तब छुटेगा, उसके बाद सब
थाना पुलिस एक तरफ हो गया और दरोगा नजर नही आने लगा सब यही बोलने लगे की आपका मर्द
बीमारी से मारा है, उसी समु पत्रकार लोग फोटो लेने आये तब हम
देखे की बहुत मार हुआ था मेरा मरद को पुरा दाग दिख रहा था पुरा शरीर पर चढ़कर पैर
से बुल चला दिया गया था जब लाश को उलट पलट किया तो पुरा मुह से खुन उल्टी होने लगा,
और लाश के मुह से निकला बलुद से पुरा एम्बुलेंस भर गया था, हम रोने पटकने लगे हम कुछ बोल नही पा रहे थे पत्रकार लोग ही पुलिस से पुछा
तो कोई कुछ नही बोला लोग बोले की चढ़ कर शरीर पर बुल दिया है जिसके कारण यह ब्लड
निकल रहा है |
हम जब
पुलिस के खिलाफ थाने में आवेदन लिख कर दिए तो पुलिस मेरा आवेदन नही लिया, और अपने से एक आवेदन लिख कर हमसे ठपा लेने लगा
तो हम कहने लगे की मेरा वाला क्यों नही लिया वो अपना क्यों लिखा उस पर वो बोला की
पोस्टमार्डम के लिए ठेपा (अंगूठा का निशान ) ले रहे है फिर लेकर गया, तो रस्ते में पेट्रोल पम्प के पास जमादार और दरोगा गाड़ी पर चढ़कर सदा पेपर
पर लाश से ठिपा लेने लगा तो हम लाश का हाँथ पकड़ लिए और बोले की हम अपना मरद के लाश
से टीपा लेने नही देंगे, तब छोड़ा हम बोले की ये मारा हुआ
आदमी से कौन ठेपा लेगा |
इस घटना के बाद पुलिस ने न कोई कार्यवाही की और न ही मामला दर्ज किया
जिससे की कुछ हो पाता मेरा मरद का हत्यारा पुलिस आज भी नौकरी कर रहा है और खुले आम
घूम रहा है ऐसा पुलिस तो गरीब के जान का दुश्मन है हम चाहते है की दोषी पुलिस वाला
है उस पर केश हो और हमे न्याय दिया जाये |
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