From: Mreetyunjay Rai <mreetyunjay@gmail.com>
Date: 2011/8/7
Subject: महिलाओ पर किये जा रहे क्लीनिकल ट्रायल से होने वाले दुष्प्रभाव के सम्बन्ध मे
To: akpnhrc@yahoo.com
Cc: jrlawnhrc@hub.nic.in
सेवा मे, 7 अगस्त 2011
अध्यक्ष,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
नई दिल्ली
अभिनन्दन !!!
विषय:- गरीब तथा अनजान महिलाओ पर क्लीनिकल ट्रायल के सम्बन्ध में।
महोदय,
मै, आपका ध्यान 18 जुन 2011 के सी.एन.एन /आई.बी.एन. की खबर '5 Andhra women hospitalised after clinical trial' पर आकृष्ट करना चाहुगा http://ibnlive.in.com/news/5-andhra-women-hospitalised-after-clinical-trial/160356-3.html । लेख है कि मंटुर,आन्ध्र प्रदेश मे एंटी ब्रेस्ट कैंसर ड्रग के क्लिनिकल ट्रायल के लिये गाँव की गरीब और अंजान महिलाओ को वालेंटियर के नाम पर 10000 रुपये देकर उन पर प्रयोग किया जा रहा है । परिणामतः 5 महिलाए दुसरी बिमारियो से ग्रसित हो गयी । उन्हे अस्पताल मे भर्ती करा दिया गया है ।
महोदय, लेख है कि दवा कम्पनियो द्वारा इस समय क्लिनिकल ट्रायल के लिये गाँव की गरीब और परिणाम से अंजान महिलाओ का प्रयोग किया जा रहा है । परिणामतः वो पुरी जिन्दगी बिमारीयो से ग्रसित हो जाती है और उनका जीवन खतरे मे पड जाता है ।
महोदय, इस सम्बंध में निवेदन है कि पीडित महिलाओ को मुआवजा तथा उनके जीवन को खतरे मे डालने के लिये दवा कम्पनियो के क्लिनिक्ल ट्रायल पर रोक लगायी जाय तथा उन पर आपराधिक कृत्य के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही की जाय। कृप्या आवश्यक करने कृपा करे ।
डा0 लेनिन
(महा सचिव)
मानवाधिकार जन निगरानि समिति
एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
मोबा.न0:+91-9935599333
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