---------- Forwarded message ----------
From: shabana khan <shabana@pvchr.org>
Date: 2011/8/6
Subject: re: दलित महिलाओं पर बरपा पुलिस का कहर चांदपुर बिजनौर।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com, Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>
कुछ समय से क्षेत्र में लूटपाट व रोड होल्डअप की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस इन घटनाओं का खुलासा करने में विफल रही है। आरोप है कि बुधवार रात कोतवाल डीपी सिंह के नेतृत्व में पुलिस फोर्स गांव स्याऊ स्थित दलित बस्ती पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने कई घंटे तक बस्ती में नंगा नाच किया। पुलिस ने आरोपियों के न मिलने पर उनके परिवार की महिलाओं व युवतियों से खूब अभद्रता की। उन्हेंबाल पकड़कर घसीटा और उनके साथ मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने चन्द्रपाल, नीटू, विपिन, लालू, भगवत सिंह, निहाल सिंह, लेखराम आदि को हिरासत में ले लिया। घटना से क्षुब्ध महिलाओं व ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह कोतवाली पहुंचकर अफसरों को घेराव किया तो कोतवाल और उनके अधीनस्थों ने धक्का देकर उन्हें बाहर खदेड़ दिया। गुस्साई महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर रामरती, लीला, प्रेमवती, ओमलता, विमला, शांति, मूर्ति, इंदरो, उर्मिला, कमलेश, गुड्डी, धर्मवती, निर्मला, सरूफी, छपरो, शीला, छोटी, सुलिया, भरतो, भूरिया, सतरेश, माया, कमलो आदि मौजूद रहीं।
धक्का-मुक्की से महिला बेहोश तीन दिनों से पुलिस हिरासत में मौजूद विपिन पुत्र अर्जुन को उसकी मां राजकला खाना देने कोतवाली गई थी। आरोप है कि उसने कोतवाल से उसके बेटे को तीन दिन से गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखने के बावत पूछा तो कोतवाल भड़क उठे। उन्होंने राजकला को धक्का देकर गिरा दिया। इससे वह बेहोश हो गई।
पुलिस है या बदमाश बुधवार रात पुलिस ने गांव स्याऊ की दलित बस्ती पर बदमाशों के अंदाज में धावा बोला। सादी वर्दी में पुलिस छतों से कूद-कूदकर लोगों के घरों में पहुंची। पहले तो लोग समझ ही नहीं पाए कि यह बदमाश है या पुलिस।
भोगपुर से बाइक उठाई गांव स्याऊ के अलावा पुलिस ने बीती रात हल्दौर क्षेत्र के गांव भोगपुर में भी कई मकानों में दबिश दी। इस दौरान पुलिस ग्रामीण सत्यप्रकाश की बाइक को चोरी के शक में अपने साथ उठा लाई। सुबह कागजात लेकर कोतवाली पहुंचे परिजनों को पुलिस ने काफी परेशान किया। कागजात पेश करने के बाद भी पुलिस यकीन न होने का ड्रामा करती रही।
घटना पर अफसर की सफाई सीओ डीडी चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस ने रोड होल्डअप की घटनाओं में शामिल बदमाशों और उनसे किसी तरह का संबंध रखने वाले आरोपियों की पहचान कर ली है। पुलिस ने सही आरोपी पकड़े हैं। हालांकि उन्होंने पुलिस द्वारा महिलाओं से अभद्रता व धक्का-मुक्की की बात से अनभिज्ञता जताई।
From: shabana khan <shabana@pvchr.org>
Date: 2011/8/6
Subject: re: दलित महिलाओं पर बरपा पुलिस का कहर चांदपुर बिजनौर।
To: jrlawnhrc@hub.nic.in
Cc: akpnhrc@yahoo.com, Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>
To,
Chairperson
National Human Rights Commission
New Delhi
Dear Sir,
I want to bring in your kind attention towards the news published in daily Hindi newspaper Danik Jagaran "दलित महिलाओं पर बरपा पुलिस का कहर" on 4 August, 2011
चांदपुर बिजनौर। बुधवार रात गांव स्याऊ की दलित बस्ती में दबिश देने पहुंची कोतवाली पुलिस ने महिलाओं पर खूब कहर बरपाया। आरोप है कि शक के आधार पर लूटपाट के आरोपियों को दबोचने पहुंची पुलिस ने महिलाओं को बाल पकड़कर घसीटा। उनसे गाली-गलौज व मारपीट की। पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया। गुस्साई महिलाओं ने गुरुवार सुबह कोतवाली का घेराव किया तो पुलिस ने उन्हें धक्के देकर बाहर खदेड़ दिया।
कुछ समय से क्षेत्र में लूटपाट व रोड होल्डअप की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस इन घटनाओं का खुलासा करने में विफल रही है। आरोप है कि बुधवार रात कोतवाल डीपी सिंह के नेतृत्व में पुलिस फोर्स गांव स्याऊ स्थित दलित बस्ती पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने कई घंटे तक बस्ती में नंगा नाच किया। पुलिस ने आरोपियों के न मिलने पर उनके परिवार की महिलाओं व युवतियों से खूब अभद्रता की। उन्हेंबाल पकड़कर घसीटा और उनके साथ मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने चन्द्रपाल, नीटू, विपिन, लालू, भगवत सिंह, निहाल सिंह, लेखराम आदि को हिरासत में ले लिया। घटना से क्षुब्ध महिलाओं व ग्रामीणों ने गुरुवार सुबह कोतवाली पहुंचकर अफसरों को घेराव किया तो कोतवाल और उनके अधीनस्थों ने धक्का देकर उन्हें बाहर खदेड़ दिया। गुस्साई महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर रामरती, लीला, प्रेमवती, ओमलता, विमला, शांति, मूर्ति, इंदरो, उर्मिला, कमलेश, गुड्डी, धर्मवती, निर्मला, सरूफी, छपरो, शीला, छोटी, सुलिया, भरतो, भूरिया, सतरेश, माया, कमलो आदि मौजूद रहीं।
धक्का-मुक्की से महिला बेहोश तीन दिनों से पुलिस हिरासत में मौजूद विपिन पुत्र अर्जुन को उसकी मां राजकला खाना देने कोतवाली गई थी। आरोप है कि उसने कोतवाल से उसके बेटे को तीन दिन से गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखने के बावत पूछा तो कोतवाल भड़क उठे। उन्होंने राजकला को धक्का देकर गिरा दिया। इससे वह बेहोश हो गई।
पुलिस है या बदमाश बुधवार रात पुलिस ने गांव स्याऊ की दलित बस्ती पर बदमाशों के अंदाज में धावा बोला। सादी वर्दी में पुलिस छतों से कूद-कूदकर लोगों के घरों में पहुंची। पहले तो लोग समझ ही नहीं पाए कि यह बदमाश है या पुलिस।
भोगपुर से बाइक उठाई गांव स्याऊ के अलावा पुलिस ने बीती रात हल्दौर क्षेत्र के गांव भोगपुर में भी कई मकानों में दबिश दी। इस दौरान पुलिस ग्रामीण सत्यप्रकाश की बाइक को चोरी के शक में अपने साथ उठा लाई। सुबह कागजात लेकर कोतवाली पहुंचे परिजनों को पुलिस ने काफी परेशान किया। कागजात पेश करने के बाद भी पुलिस यकीन न होने का ड्रामा करती रही।
घटना पर अफसर की सफाई सीओ डीडी चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस ने रोड होल्डअप की घटनाओं में शामिल बदमाशों और उनसे किसी तरह का संबंध रखने वाले आरोपियों की पहचान कर ली है। पुलिस ने सही आरोपी पकड़े हैं। हालांकि उन्होंने पुलिस द्वारा महिलाओं से अभद्रता व धक्का-मुक्की की बात से अनभिज्ञता जताई।
Therefore it is kind request please take appropriate action at earliest. Thanking You Sincerely Yours
(Lenin Raghuvanshi) Secretary General PVCHR/JMN SA 4/2 A Daulatpur, Varanasi – 221002 Mobile No. +91-9935599333 |
No comments:
Post a Comment