To
The Chairperson
NHRC
New Delhi.
Sir,
Greetings from PVCHR.
Please refer to the following news link.
भुख से वृद्ध की मौत
Jul 10, 03:06 pm
बताएं DAINIK JAGRAN
संबलपुर, जागरण संवाददाता :
65 वर्षीय वृद्ध शिव नायक की मौत भुखमरी से होने के बाद सरकारी योजनाओं की पोल खुल गयी है। गरीब तबके के लोगों के लिए सरकारी योजनाओं की कमी नहीं है, लेकिन शिव नायक जैसे जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिलता। यही कारण है कि उम्र के आखिरी पड़ाव तक शिव नायक व उसकी पत्नी बेल नायक के पास न तो बीपीएल कार्ड था और न ही सिर छिपाने के लिए इंदिरा आवास। और तो और 60 वर्ष पार कर चुके इस वृद्ध दंपती को वृद्धावस्था भत्ता तक नसीब नहीं था। जिले के रेढ़ाखोल ब्लाक के त्रिवणपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत चुबुकापदर गांव में भुखमरी से हुई इस मौत के बाद अब प्रशासन अचानक सक्रिय सा हो उठा है। पदस्थ सरकारी अधिकारी मामले की लीपापोती में जुट गए हैं और मृतक की विधवा बेल नायक के लिए सरकारी योजनाओं की बात कर रहे हैं। शिव नायक और बेल नायक नि:संतान थे। एक छोटी सी खेत पर फसल उगाकर दो महीने पेट की आग बुझाते थे। घर के नाम पर एक झोपड़ी है। वर्ष के बाकी महीनों में शिव नायक दूसरों के खेत पर मेहनत-मजदूरी करता था, लेकिन एक वर्ष उसे लकवा मार देने के बाद वह बिस्तर पर पड़ गया। शिव का भतीजा सुदर्शन नायक कुछ दिन पूर्व उसे रेढ़ाखोल बीडीओ रवि नारायण चक्रवर्ती के पास ले गया था। आरोप है कि तब बीडीओ ने शिव नायक की कोई मदद नहीं की। अब जब शिव नायक की मौत भुखमरी से हो गयी है तो बीडीओ ने सफाई देते हुए बताया है कि किसी ने उन्हें शिव नायक की ऐसी हालत के बारे में नहीं बताया था।
Jul 10, 03:06 pm
बताएं DAINIK JAGRAN
संबलपुर, जागरण संवाददाता :
65 वर्षीय वृद्ध शिव नायक की मौत भुखमरी से होने के बाद सरकारी योजनाओं की पोल खुल गयी है। गरीब तबके के लोगों के लिए सरकारी योजनाओं की कमी नहीं है, लेकिन शिव नायक जैसे जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिलता। यही कारण है कि उम्र के आखिरी पड़ाव तक शिव नायक व उसकी पत्नी बेल नायक के पास न तो बीपीएल कार्ड था और न ही सिर छिपाने के लिए इंदिरा आवास। और तो और 60 वर्ष पार कर चुके इस वृद्ध दंपती को वृद्धावस्था भत्ता तक नसीब नहीं था। जिले के रेढ़ाखोल ब्लाक के त्रिवणपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत चुबुकापदर गांव में भुखमरी से हुई इस मौत के बाद अब प्रशासन अचानक सक्रिय सा हो उठा है। पदस्थ सरकारी अधिकारी मामले की लीपापोती में जुट गए हैं और मृतक की विधवा बेल नायक के लिए सरकारी योजनाओं की बात कर रहे हैं। शिव नायक और बेल नायक नि:संतान थे। एक छोटी सी खेत पर फसल उगाकर दो महीने पेट की आग बुझाते थे। घर के नाम पर एक झोपड़ी है। वर्ष के बाकी महीनों में शिव नायक दूसरों के खेत पर मेहनत-मजदूरी करता था, लेकिन एक वर्ष उसे लकवा मार देने के बाद वह बिस्तर पर पड़ गया। शिव का भतीजा सुदर्शन नायक कुछ दिन पूर्व उसे रेढ़ाखोल बीडीओ रवि नारायण चक्रवर्ती के पास ले गया था। आरोप है कि तब बीडीओ ने शिव नायक की कोई मदद नहीं की। अब जब शिव नायक की मौत भुखमरी से हो गयी है तो बीडीओ ने सफाई देते हुए बताया है कि किसी ने उन्हें शिव नायक की ऐसी हालत के बारे में नहीं बताया था।
Sir, on behalf of PVCHR, I request you to look into the matter and take necessary action.
With regards,
With regards,
Dr. Lenin
Secretary General -PVCHR
SA 4/2A, Daulatpur,Varanasi-221002,India
Mobile:+91-9935599333
Secretary General -PVCHR
SA 4/2A, Daulatpur,Varanasi-221002,India
Mobile:+91-9935599333
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