To
The Chairperson
NHRC
New Delhi.
Sir,
Greetings from PVCHR.
Please refer to the following news link about custodial death of a Dalit in police station of Pali district of Rajsthan.
हिरासत में दलित की हत्या, पुलिस थाना लाइन हाजिर
Jul 14, 01:46 am
बताएं DAINIK JAGRAN
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। पाली जिले के गुढ़ा ऐंदला थाने में हिरासत में दलित की मौत होने पर थाना प्रभारी को निलंबित कर थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
पाली जिले के गुढ़ा ऐंदला थाने में संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए थाने लाए गए एक दलित युवक को पुलिस ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। मरणासन्न हालत में उसे पहले पाली जिला अस्पताल और बाद में जोधपुर रवाना किया गया, जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। युवक की पुलिस अभिरक्षा में मौत का समाचार मिलते ही पूरे पाली जिले में दलित समुदाय भड़क उठा। गुस्साई भीड़ का आक्रोश कम करने के लिए जोधपुर से भी भारी पुलिस बल पाली रवाना किया गया है। थाना प्रभारी को निलंबित करने के साथ ही पूरे थाना स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया गया।
घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सुबह उच्च स्तरीय बैठक में मृतक के परिजनों को सात लाख रुपये की मदद, एक आश्रित को सरकारी नौकरी और एलआईजी का आवास आवंटित करने की घोषणा की। पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर इंचार्ज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की आला अफसरों ने स्वीकारोक्ति की है। आईजी रेंज उमेश मिश्रा ने बताया कि पाली जिले के गुढ़ा ऐंदली थाना इलाके में नया बस स्टैंड स्थित केशव नगर निवासी राहुल जो नगर परिषद में काम कर रहा था, को नकबजनी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाया गया था।
शुरुआती तफ्तीश के बाद पुलिस ने राहुल को 109 सीआरपीसी के तहत बंद किया था। देर रात उसकी तबीयत बिगड़ने पर राहुल को पाली अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताते हुए तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया। यहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उधर, राहुल के परिजनों को जब थाने में उसे पीट-पीटकर हत्या कर देने का पता चला तो बड़ी संख्या में आक्रोशित भीड़ ने थाने पर धावा बोल दिया। आक्रोशित लोग पुलिसकर्मियों पर राहुल की हत्या का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे और पौ फटते ही समूचे कस्बे के लोग थाना पुलिस की इस कारगुजारी के विरोध में सड़कों पर आ गए। मौके की स्थिति की देखते हुए पूरे जिले का पुलिस बल गुढ़ा ऐंदला बुलाया गया और जब हालात काबू से बाहर नजर आए तो जोधपुर से अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया है।
आईजी मिश्रा के मुताबिक प्रथमदृष्ट्या थाना प्रभारी भरत देवासी की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है और पूरे स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
Jul 14, 01:46 am
बताएं DAINIK JAGRAN
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। पाली जिले के गुढ़ा ऐंदला थाने में हिरासत में दलित की मौत होने पर थाना प्रभारी को निलंबित कर थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
पाली जिले के गुढ़ा ऐंदला थाने में संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए थाने लाए गए एक दलित युवक को पुलिस ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। मरणासन्न हालत में उसे पहले पाली जिला अस्पताल और बाद में जोधपुर रवाना किया गया, जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। युवक की पुलिस अभिरक्षा में मौत का समाचार मिलते ही पूरे पाली जिले में दलित समुदाय भड़क उठा। गुस्साई भीड़ का आक्रोश कम करने के लिए जोधपुर से भी भारी पुलिस बल पाली रवाना किया गया है। थाना प्रभारी को निलंबित करने के साथ ही पूरे थाना स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया गया।
घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सुबह उच्च स्तरीय बैठक में मृतक के परिजनों को सात लाख रुपये की मदद, एक आश्रित को सरकारी नौकरी और एलआईजी का आवास आवंटित करने की घोषणा की। पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर इंचार्ज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की आला अफसरों ने स्वीकारोक्ति की है। आईजी रेंज उमेश मिश्रा ने बताया कि पाली जिले के गुढ़ा ऐंदली थाना इलाके में नया बस स्टैंड स्थित केशव नगर निवासी राहुल जो नगर परिषद में काम कर रहा था, को नकबजनी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाया गया था।
शुरुआती तफ्तीश के बाद पुलिस ने राहुल को 109 सीआरपीसी के तहत बंद किया था। देर रात उसकी तबीयत बिगड़ने पर राहुल को पाली अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत बेहद गंभीर बताते हुए तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया। यहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उधर, राहुल के परिजनों को जब थाने में उसे पीट-पीटकर हत्या कर देने का पता चला तो बड़ी संख्या में आक्रोशित भीड़ ने थाने पर धावा बोल दिया। आक्रोशित लोग पुलिसकर्मियों पर राहुल की हत्या का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे और पौ फटते ही समूचे कस्बे के लोग थाना पुलिस की इस कारगुजारी के विरोध में सड़कों पर आ गए। मौके की स्थिति की देखते हुए पूरे जिले का पुलिस बल गुढ़ा ऐंदला बुलाया गया और जब हालात काबू से बाहर नजर आए तो जोधपुर से अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया है।
आईजी मिश्रा के मुताबिक प्रथमदृष्ट्या थाना प्रभारी भरत देवासी की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है और पूरे स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
Sir this is a serious case of human rights violation. On behalf of PVCHR, I request you to ask the state government for instituting a judicial inquiry under Crpc 176(1A). NHRC should also find out whether the videography of the postmortem and the report has been submitted or not. PVCHR demands that the victims family must be provided with financial compensation immediately.
With regards,
Dr. Lenin
Secretary General -PVCHR
SA 4/2 A, Daulatpur, Varanasi-221002
Mobile:+91-9935599333
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