From: PVCHR ED <pvchr.india@gmail.com>
Date: 2011/6/16
Subject: पुलिस हिरासत में गया प्रसाद उर्फ सुरमा भोपाली की मौत...
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From: Rohit Kumar <pvchr.deo@gmail.com>
Date: 2011/6/16
Subject: पुलिस हिरासत में गया प्रसाद उर्फ सुरमा भोपाली की मौत...
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Cc: pvchr.india@gmail.com
16 जून, 2011
सेवा में,
श्रीमान् अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली।
विषय: पुलिस हिरासत में गया प्रसाद उर्फ सुरमा भोपाली की मौत तथा डी0के0 बसु बनाम पं0 बंगाल मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले की धज्जियाँ उड़ायी जा रही है।
महोदय,
हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के थाना-घुंघटेर, जिला-बाराबंकी की ओर आकृष्ट कराना चाहूँगा, जहाँ थाना के पुलिस कर्मियों ने किसी मामला को सुलझाने के चक्कर में तीन दिनों तक मृतक व्यक्ति को हिरासत में रखा तथा थर्ड डिग्री का इस्तेमाल डी0के0बसु बनाम पं0 बंगाल में दिये गये माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों को ताक पर रखकर किया गया।
उक्त मामला के संबंध में कई स्थानीय दैनिक अखबारों में भी छापा गया है, दोषी पुलिसकर्मी फरार चल रहे है, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हो पायी है और मामला में लीपा-पोती की जा रही है। (संलग्नक संख्या-1)
उत्तर प्रदेश में लगातार इस तरह की मामला सुनने व पढ़ने को मिल रही है] फिर भी पुलिस हिरासत में कि जाने वाली यह अमानवीय तथा विधि विरूद्ध कृत्य रूकने का नाम नही ले रही है।
अतः श्रीमान् से नम्र निवेदन है कि उक्त प्रकरण में हस्तक्षेप करते हुए त्वरित कार्यवाही की जाए तथा सख्ती से सभी जिलों] थानों में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले में दिये गये निर्देशों का पालन करने का आदेश पारित करें]जिससे भारतीय लोकतंत्र में कानून के राज स्थापित हो और मृतक के नजदीकी सम्बन्धि को मुआवजा के रूप में पाँच लाख रुपया प्रदान कराया जाए।
संलग्नक :&
1- स्थानीय दैनिक अखबारों की प्रतिलिपि।
भवदीय
(डा0 लेनिन)
महासचिव
PVCHR
Mobile:+91-9935599333
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